अगर स्वस्थ रहना है तो मिलेट्स से बने भोज्य पदार्थों का करें अधिक सेवन
श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में मिलेट्स लाइब्रेरी उद्घाटित
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की निर्वहन में सदैव अग्रसर रहा हैं कोरोना के पश्चात कोरोना के दुष्प्रभाव बहुतायत से समाज में देखने को मिल रहे हैं जब इस विषय में आवश्यक तथ्य एकत्रित किए गए तो पता चला कि यह कमजोरी मुलत: शरीर में होने वाले कार्बोहाइड्रेट मिनरल्स और अन्य आवश्यक खनिज पदार्थों की कमी से हो रही है। इस तारतम्य में यह भी पाया गया कि मिलेट्स इसे रोकने में एक प्रभावी भूमिका निभा रहा है और संयुक्त राष्ट्र ने भी वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। मिलेट्स अर्थात मोटा अनाज मिलेट्स में ज्वार बाजरा रागी झंगोरा बैरी कंगनी कुटकी को दो चेना सामा और जो आदि आते हैं करुणा के बाद मोटे अनाज इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में प्रतिष्ठित हुए हैं इन्हें सुपरफूड भी कहा जाता है मिलेट्स में कैल्शियम आयरन जिंक फॉस्फोरस मैग्नीशियम पोटेशियम फाइबर विटामिन बी सिक्स 3 लेकिन आदि तत्व पाए जाते हैं जो न केवल टाइप वन और टाइप टू डायबिटीज रोकने में सक्षम है अपितु शरीर की अन्य बीमारियों को भी रोकने में मददगार होते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते हैं वही डिटॉक्सिफाई करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मिलेट खाने से शरीर के लिए सभी आवश्यक पोषक तत्व हमारे शरीर में नैचुरल तरीके से पहुंच से हैं। इसलिए लिए हमें किसी विटामिन ई या मेहनत को दवा के रूप में लेने की आवश्यकता नहीं रहती। इतना ही नहीं हमें जितनी मात्रा में इनकी जरूरत होती है हमारा शरीर उतनी मात्रा को अवशोषित कर लेता है और बाकी को मल के रूप में बाहर निकाल देता है। इस प्रकार से दवा खाने के साइड इफेक्ट से भी अपने आप को बचा सकते हैं और शरीर के प्रमुख अंग जैसे किडनी लीवर और इम्यून सिस्टम अच्छे से कार्य करते हैं।
मिलेट्स की इन्हीं खूबियों को ध्यान में रखते हुए सर्वप्रथम श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में मिलेट्स लाइब्रेरी का उद्घाटन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. भूपेंद्र कुलदीप, श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा, अकादमिक डीन डॉक्टर जय दुर्गा प्रसाद राव के द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने अपने उद्बोधन में कहा वर्तमान समय में हर कोई अपने आप को स्वस्थ और आकर्षक बनाए रखना चाहता है जिसमें मिलेट्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय को इस उपलब्धि हेतु बधाई दी और महाविद्यालय द्वारा किए जा रहे नित नवीन प्रयासों की भूरी भूरी सराहना की। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने मिलेट्स लाइब्रेरी की जानकारी देते हुए कहा कि यह अभी छोटे रूप में हैं। जिसका भविष्य में विस्तार किया जाना है। इस लाइब्रेरी में मिलेट्स के विभिन्न प्रकार रखे गए हैं। साथ ही उससे संबंधित विभिन्न जानकारियां एकत्र कर उसे पुस्तक रूप दिया गया है। डॉ अर्चना झा ने कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा मिलेट्स और उससे बने पदार्थों का सेवन करें। मिलेट्स में भरपूर न्यूट्रिशन पाए जाते हैं यह सस्ते होते हैं और स्वास्थ्यवर्धक माने गए हैं। अगर हमें स्वस्थ रहना है तो हम सभी को मिलेट्स और उससे बने भोज्य पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करना चाहिए। महाविद्यालय के डीन डॉ. जी दुर्गा प्रसाद राव ने मिलेट्स की खूबियों को बताते हुए कहा कि ये हमारा मोटापा या वजन को घटाने में भी मदद करता है। अगर हम प्रतिदिन तीन समय के भोजन में इसका सेवन करते हैं तो हमें 25 से 30: फाइबर की मात्रा प्राप्त होती है। हमारे शरीर को प्रतिदिन 38 ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है। बाकी की मात्रा हम दाल सब्जी सलाद फल इत्यादि से प्राप्त कर लेते हैं। इस लाइब्रेरी को मूर्त रूप देने का कार्य प्राचार्य के निर्देशन में डॉ नीता शर्मा डॉ राहुल मेने व प्रीति श्रीवास्तव द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की सभी प्राध्यापक व कर्मचारी उपस्थित थे।