रायपुर के होटल में युवती से दो दिन होता रहा रेप, प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस पर भी लगाई कई गंभीर आरोप
रायपुर। कबीरधाम के पाण्डातराई पुलिस पर रेप पीड़िता युवती ने कई गंभीर आरोप लगाए। पीड़िता ने खुद के साथ हुए दुष्कर्म, मारपीट और पुलिस द्वारा शिकायत नहीं सुने जाने को लेकर आज राजधानी में प्रेसवार्ता ली। पीड़िता ने पत्रकारों को बताया कि कबीरधाम निवासी अबरार खान नाम के युवके के साथ उसका प्रेम संबंध था। प्रेम संबंध का फायदा उठाकर आरोपी ने शादी का झांसा दिया और रायपुर के एक लाॅज में उसकी मर्जी के बिना ही उसके साथ संबंध बनाया। मना करने पर शादी नहीं करने की धमकी दी। दोनों के लाॅज में रूके होने की जानकारी जब युवक के परिजनों को हुई तो सभी रायपुर के लाॅज पहुंचे और युवती के साथ गाली-गलौज मारपीट की। साथ ही रायपुर में अकेले छोड़कर सभी वहां से फरार हो गए। पीड़िता जब इस बात की शिकायत करने के लिए कबीरधाम जिले के थाना पाण्डातराई पहुंची तो थाना प्रभारी ने उसके साथ गलत व्यवहार किया। पीड़िता ने थानेदार पर आरोप लगाया कि उसने उसे अकेले में मिलने को कहा। पीड़िता ने ये भी कहा कि थाना प्रभारी से बातचीत ऑडियो भी उसके पास है। पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, ग्राम मंझोली तहसील पण्डरिया जिला कबीरधाम निवासी अबरार खान पिता शहीद खान से उसका प्रेम संबंध था। 1 जून को अबरार ने फोन किया और 2 जून को सुबह 8.30 बजे ग्राम मंझोली से अपनी स्वीफ्ट डिजायर में बैठकर बिना बताए पचपेड़ी नाका रायपुर स्थित एक लॉज में ले आया। यहां पर दो दिनों तक उसे रखा और उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक शोषण करते रहा। विरोध करने पर शादी नहीं करने की धमकी देने लगा। इस दौरान अबरार खान के परिजनों को जब पता चला कि वो दोनों लॉज में है, तो रिश्तेदार लॉज पहुंचे और पीड़िता से मारपीट करते हुए उसे स्कार्पियो में भरकर रायपुर में छोड़ गए। इस घटना के बाद सुबह लगभग 6 बजे प्रार्थीया बस से अपनी बहन के यहां मुंगेली पहुंची। बहन व परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पीड़िता और परिजनों ने 5 जून को उसे मंझोली लेकर आये और थाना पाण्डातराई रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे। थाना प्रभारी ने शिकायत सुनी और रिपोर्ट लिखने से इंकार कर दिया। साथ ही एक कोरे कागज पर पीड़िता के हस्ताक्षर लेकर उसे थाने से भगा दिया। 6 जून को उक्त घटना की शिकायत एसपी कबीरधाम से लिखित में की। SP के कहने पर 6 जून को थाना प्रभारी पाण्डातराई द्वारा शून्य में अपराध दर्ज कर रायपुर ट्रांसफर किया गया।