महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में लोग हुए एकजुट, प्रधानमंत्री के नाम चलाया गया हस्ताक्षर अभियान

हुडको कालीबाड़ी में चित्रकारों ने कैनवास पर पेंटिंड बनाकर जताया आक्रोश

भिलाई। रबिंद्र निकेतन कालीबाड़ी हुडको में शनिवार 17 अगस्त को मौन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। आयोजन में कलाकार-साहित्यकार, समाज सेवक तथा वरिष्ठ नागरिकों द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं तथा अन्य धर्मों पर हो रहे अत्याचार पर रोक और उनके सुरक्षा, "कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला पीजी डॉक्टर के साथ हुए अनाचार और हत्या तथा अन्य संवेदनशील विषयों पर आक्रोश व्यक्त करते हुए मृत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। चित्रकारों ने कैनवास पर चित्रकारी कर अपनी भावनाएं व्यक्त किए। वहीं ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपने हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में कलाकार सहित आम नागरिक उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के कलाकार-साहित्यकार, समाज सेवक तथा वरिष्ठ नागरिकों द्वारा प्रधानमंत्री को सौंपे जाने वाले ज्ञापन में कहा गया है कि  बांग्लादेश में हिंदुओं तथा अन्य धर्मों पर हो रहे अत्याचार पर रोक और उनके सुरक्षा के लिये उचित कार्यवाही कर अन्य देशों के समक्ष एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करें कि भविष्य में किसी भी देश तथा उनके नागरिक द्वारा ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति ना हो सके। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला पीजी डॉक्टर के साथ हुए अनाचार और क्रूर हत्या की निष्पक्ष जांच तथा अपराधी या अपराधियों को ऐसी सज़ा दी जाये कि पूरे देश के समक्ष एक उदाहरण प्रस्तुत हो जिससे कि ऐसे मार्मिक और जघन्य कृत्य की पुनरावृत्ति ना हो सके।
साथ ही  है कोविड के समय से वरिष्ठ नागरिकों ,कलाकारों-साहित्यकारों, खिलाड़ियों तथा अन्य वर्ग के बंद हुये रेल्वे कन्सेशन को भी कृपया पुनः आरंभ करवाएँ जिससे वरिष्ठ नागरिकों, कलाकारों, साहित्यकारों, खिलाड़ियों तथा अन्य वर्गों को आर्थिक भार का सामना ना करना पड़े एवं प्रत्येक समाज के मध्य एक सकारात्मक सन्देश का प्रेषण हो तथा पुनः अंतरराज्यीय सांस्कृतिक, क्रीड़ा एवं अन्य सुसंस्कृत विषयक आदान प्रदान को गतिशीलता प्राप्त हो सके।

कार्यक्रम में  श्यामल रॉय रविंद्र निकेतन कालीबाड़ी हुडको, शक्ति चक्रवर्ती अध्यक्ष कला-साहित्य अकादमी भिलाई छत्तीसगढ़, ललित कला अकादमी भिलाई, पीपी विश्वाश गीतांश भिलाई, शेफाली दास, पूर्वी विश्वास, मौउ दत्ता, बीना राय, तापसी चटर्जी, सास्वती चक्रवर्ती, सुमिता सरकार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।