CID करेंगी इस सरकारी डॉक्टर की हत्या की जांच

CID करेंगी इस सरकारी डॉक्टर की हत्या की जांच

बिलासपुर। करीब 5 महीने पहले हुए डॉक्टर बेटी की संदिग्ध मौत पर मां ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। कोर्ट ने सीआईडी को आगे की निष्पक्ष जांच कर 8 सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने कहा है। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की डबल बेंच में हुई. 

बिलासपुर के जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर पूजा चौरसिया की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि मृतका पति डॉ. अनिकेत कौशिक व जिम ट्रेनर सूरज पांडेय घायल पूजा को अस्पताल ले गए थे. मामले में सिरगिट्टी पुलिस ने जिम ट्रेनर सूरज पांडेय को धारा 306 के तहत गिरफ्तार किया है।

पुलिस की इस कार्रवाई पर संदेह जताते हुए मृतका की मां रीता चौरसिया ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग की गई है. याचिका में बताया गया है कि मृतक का ससुर शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर और प्रभावशाली व्यक्ति है. मृतका की मां ने संदेह जताया है कि उनकी बेटी की योजना बनाकर निर्मम हत्या की गई है।

उन्होंने पुलिसिया जांच पर सवाल उठाते हुए बताया है कि जिम ट्रेनर सूरज पांडे नाम के एक आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 का मामला दर्ज किया गया है. याचिका में मामले की स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराकर आईपीसी की धारा 302 का अपराध दर्ज करने की मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि मृतका के शरीर में मृत्यु पूर्व 7 चोटें पाई गईं, जिसका पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कोई स्पष्टीकरण नहीं है. कोर्ट ने सीआईडी से मामले की आगे की जांच कराने व 8 सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

डॉ. पूजा चौरसिया की मौत 10 मार्च 2024 की शाम को बाबजी नगर स्थित मकान में हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था। इसके आधार पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराध में जिम ट्रेनर सूरज पांडेय को गिरफ्तार किया था।  पूजा की मां रीता चौरसिया ने एक प्राइवेट फोरेंसिक एक्सपर्ट से घटनास्थल की जांच कराई।

एक्सपर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक जिस कमरे में मौत हुई, वहां बिस्तर के दाईं ओर पुरुष स्पर्म के निशान थे। बिस्तर पर संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर महिला-पुरुष दोनों के बाल थे। जिस पंखे पर फांसी लगाने की बात कही गई थी, उसमें पूजा के फिंगर प्रिंट नहीं थे। मौके पर बीयर बॉटल, लोहे का रॉड भी मिला है। एक और चौंकाने वाली बात यह भी है कि पूजा की हाइट 5.5 फीट थी। बिस्तर से पंखे की ऊंचाई 6.9 फीट है। यानी बिना किसी स्टूल या टेबल के फंदा लगाना आसान नहीं है, जबकि मौके पर यह नहीं मिला। पुलिस की रिपोर्ट में भी इसका उल्लेख नहीं है।