लोगों ने पेश की मानवता की मिसाल, अंतिम संस्कार के लिए किये हर संभव मदद
मृतक के अंतिम संस्कार के लिए जरूरी सामग्री व अन्य सभी खर्च का किए वहन
भिलाई। खुर्सीपार में रहने वाले एक व्यक्ति की असमय मौत हो गई। मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह अंतिम संस्कार का खर्च भी उठा सके। ऐसे में क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी व छत्तीसगढ़ बंगाली मित्र समाज के प्रदेशाध्यक्ष सुमन शील तथा भिलाई नगर कालीबाड़ी समिति के संजय कुमार दत्ता आगे आये और पहल करते हुए परिवार के लिए मदद जुटाई। इस कार्य में स्थानीय निवासियों का भी भरपूर सहयोग रहा। अंतिम संस्कार न केवल मृतक का अधिकार है, उन्हें जानने वाला हो या अपरिचित, मदद करने का दायित्व प्रत्येक मानव का है।
खुर्सीपार जोन-3, सड़क-3, वार्ड 48 सेक्टर 11 भिलाई निवासी सुभाष चंद्र दास (65 वर्ष) का देहांत 18 जुलाई की हो गया। वे अपनी पत्नी रत्नेश्वर दास एवं तलाकशुदा पुत्री के साथ रहते थे। उनका अंतिक संस्कार छावनी मुक्तिधाम में किया गया। पुत्री शिल्पी दास ने मुखाग्नि दी। सुभाष चन्द्र दास कई महीनों से बीमार थे। आर्थिक स्थिति सही न होने के चलते अंतिम संस्कार के लिए मोहल्ले वासियों ने विभिन्न जगह घूमने के उपरांत छत्तीसगढ़ बंगाली मित्र समाज के प्रदेशाध्यक्ष सुमन शील को इसकी जानकारी दी। इस घटना की जानकारी से अवगत कराया। जानकारी मिलने के उपरांत सुमन शील ने मृतक के निवास पहुंचकर सुभाष चंद्र दास को माल्यार्पण कर उनके आत्मा की शांति की कामना की। बंगाली पंडित देवरंजन चक्रबर्ती को भुलाकर पूरे रितिरिवाज साथ अंतिक क्रिया सम्पन्न कराया गया। अंतिम संस्कार के इस मौके पर वार्ड 48 के पार्षद शुभम कुमार झा, संजय कुमार, सिद्धार्थ बिस्वास, सुषेण घोष सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।