नवरात्रि के लिए पंडाल निर्माण का कार्य शुरू, दिन रात मेहनत कर पंडाल बनाने में जुटे कारीगर 

नवरात्रि के लिए पंडाल निर्माण का कार्य शुरू, दिन रात मेहनत कर पंडाल बनाने में जुटे कारीगर 

भिलाई। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि के त्योहार को बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। दुर्ग-भिलाई में पंडाल निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। 

पितृपक्ष के समापन के अगले दिन शारदीय नवरात्रि आरंभ हो जाएगी। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर सर्वपितृ अमावस्या का पर्व मनाने के साथ पितृ पक्ष खत्म हो जाते हैं। फिर आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से 9 दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि आरंभ हो जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 14 अक्तूबर को रात 11 बजकर 24 मिनट से लग जाएगी, जो 16 अक्तूबर की सुबह 01 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह से उदया तिथि के आधार पर शारदीय नवरात्रि 15 अक्तूबर से शुरू होगी। वहीं इसका समापन 23 अक्तूबर को होगा और 24 अक्तूबर को दशमी तिथि पर विजयादशमी मनाई जाएगी। 
बंगाली समुदाय के लोग 19 अक्टूबर से मनाएगी दुर्गा पूजा
बंगाली समाज द्वारा पंचमी के दिन 19 अक्टूबर से दुर्गा पूजा की जाएगी। 20 अक्टूबर को षष्ठी, 21 अक्टूबर को सप्तमी, 22 अक्टूबर को अष्टमी, 23 अक्टूबर को नवमी के साथ 24 अक्टूबर दशमी के दिन सिंदूर खेला का आयोजन होगा। भिलाई के हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी, सेक्टर-6 कालीबाड़ी, वैशालीनगर कालीबाड़ी सहित सेक्टर-1, सेक्टर-4, सेक्टर-7, रिसाली, रुआबांधा आदि जगहों पर बंगाली दुर्गा पंडाल निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पंडाल को भव्य रूप देने बंगाल से कई कारीगर दुर्ग-भिलाई पहुंचे हैं। सभी कारीगर दिन रात मेहनत कर पंडाल बनाने में जुटे हैं। सभी जगह अलग-अलग थीम बनाई जा रही है। 
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