सांस्कृतिक, ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन स्थलों को संवारने छत्तीसगढ़ महतारी सांस्कृतिक संवर्धन योजना होगी लागू
सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 309.56 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों की दी सौगात
उच्च स्तरीय पुल, ग्रामीण व शहरी सड़कों, स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं तथा स्कूल-कॉलेज भवनों जैसे विकास कार्यों का किया लोकार्पण व भूमिपूजन
भिलाई। गुरुवार को भिलाई स्थित जयंती स्टेडियम में महिला समृद्धि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे। विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका गांधी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुश्री शैलजा थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने की। सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 309.56 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। इस मौके पर हितग्राहीमूलक योजनाओं में सामग्री वितरण के साथ ही विभिन्न विभागों की प्रदर्शनी लगाई गई थी।
सर्वप्रथम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी ने महिला समृद्धि सम्मेलन में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना आरंभ की गई। इसके हितग्राहियों से श्रीमती प्रियंका गांधी ने संवाद किया। उन्होंने महिलाओं द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने रीपा में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि रीपा के माध्यम से उद्यम के नये अवसरों को बढ़ावा मिला है और ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी अधोसंरचना के साथ उद्योग की गतिविधियां बढ़ रही हैं।
श्रीमती प्रियंका गांधी को अपने पास पाकर महिलाएं खुश और उत्साहित थी। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को श्रीमती गांधी ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर उत्साही महिलाएं श्रीमती गांधी के साथ सेल्फी भी ली। उन्होंने अमारी फूल के रस के बारे में जानकारी ली। महिलाओं ने उन्हें संक्षेप में बताया कि इसका वे किस तरह उपयोग करती हैं। श्रीमती गांधी बीपीओ में कार्यरत महिलाओं से बात की। उन्हें बताया गया कि 10 करोड़ रुपए की लागत से खुर्सीपार में बीपीओ तैयार किया गया है। बीपीओ से बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिला है। बीपीओ की महिलाओं से श्रीमती गांधी उनके कार्य की प्रकृति के बारे में जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि युवाओं के लिए अपने शहर में ही रहकर देश-दुनिया के अवसरों से जोडऩे बीपीओ की पहल की गई है। इससे युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। खासकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ी पहल है। श्रीमती प्रियंका गांधी ने मिलेट्स कैफे की जानकारी समूह की महिलाओं से ली। इस अवसर पर समूह की महिलाओं ने बताया कि मिलेट कैफे में तैयार होने वाले तरह-तरह के मिलेट्स निर्मित व्यंजनों की जानकारी दी। उन्होंने श्रीमती गांधी को बताया कि मिलेट कैफे में कोदो, कुटकी, रागी जैसे वनोपजों से पारंपरिक व्यंजनों के साथ ही तरह तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं। सीमार्ट शासन द्वारा की गई महत्वपूर्ण पहल है। इसके माध्यम से स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं के लिए जगह उपलब्ध हो पाती है। भिलाई के सी मार्ट में प्रदेश भर की सामग्री है। श्रीमती गांधी को सीमार्ट से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ के यूनिक उत्पाद यहां मिलते हैं। दंतेवाड़ा के जैविक चावल से लेकर जशपुर की चाय तक सब कुछ छत्तीसगढ़ का स्पेशल यहां उपलब्ध है। श्रीमती गांधी ने इस पर खुशी जाहिर की और कहा कि स्थानीय उत्पादों की इस तरह से मार्केंटिंग कर इन्हें बाजार में अच्छी जगह दिलाने की पहल से निश्चित रूप से ही आर्थिक समृद्धि महिलाओं तक पहुंच रही है।
श्रीमती प्रियंका गांधी को स्टॉल अवलोकन के बीच समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, समृद्धि योजना, पोषण बाड़ी आदि अन्य योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी। महिलाओं ने श्रीमती गांधी को कुपोषण दूर करने के उपाय के संबंध में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जमीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी संचालन से कुपोषण दूर हो रहा है। श्रीमती गांधी ने हमर लैब के स्टाल का डिस्प्ले भी देखा। हमर लैब के माध्यम से 55 टेस्ट नि:शुल्क किये जा रहे हैं। इसमें से ऐसे बहुत से टेस्ट हैं जिनकी सुविधा केवल महानगरों में उपलब्ध होती है। इससे समय भी बच रहा है और पैसे भी। श्रीमती गांधी ने इस पहल की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक का स्टाल भी देखा। इसके माध्यम से हाट बाजारों में इलाज और नि:शुल्क जांच भी हो रही है। छत्तीसगढ़ में परंपरा यह है कि लोग साप्ताहिक हाटबाजारों में जाते हैं और वहीं से इनका इलाज भी हो जाता है। श्रीमती गांधी ने कहा कि प्रारंभिक रूप से ही बीमारियों को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ शासन की पहल बहुत अच्छी है।
छत्तीसगढ़ में सुवा नाच बेहद लोकप्रिय है। दीपावली के आसपास सुवा को एक टोकरी में रखकर महिलाएं यह नृत्य करती हैं। इसके माध्यम से वे अपने सुखदुख साझा करती हैं। सुवा गीत के माध्यम से वे अपनी आवाज की भी अभिव्यक्ति करती हैं और अपने समय के समाज के बारे में भी बताती हैं। तोते के जैसे हरे वस्त्रों में समूह में किया गया नृत्य बेहद आकर्षक होता है। श्रीमती गांधी ने जब यह नृत्य देखा तो वे भी सुवा नर्तकों के साथ समूह में शामिल हो गईं और साथ ही थिरकने लगीं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेडिय़ा ने स्वागत भाषण में कहा कि दीदी मन के कार्यक्रम में सब्बो भैया मन के भी स्वागत हे। हमारी सरकार ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का काम किया है, हमने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। महिला समृद्धि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उप-मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि विश्व के हर मानव में महिला का कण है। मानव समाज इसी पर टिका है।समाज में महिला और पुरुष को बराबरी का स्थान देने से ही प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में महिलाओं को स्थान मिल रहा है।स्व-सहायता समूह के जरिए महिलाओ को रोजगार, स्व-रोजगार से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के परिवार और समाज में महिलाओं का स्थान ऊंचा रहा है-भूपेश बघेल
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भिलाई की पहचान स्टील प्लांट से हैं, इसे नेहरू जी ने बसाया था। मातृशक्ति को हाथ जोड़कर नमन करता हूं। प्रणाम करता हूं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाएं सबसे आगे हैं। चाहे घर का काम हो या ऑफिस का सभी जगह महिलाएं आगे आकर काम कर रही हैं। शुरू से ही छत्तीसगढ़ में महिलाओं को हमेशा बराबरी का स्थान मिला है। महिलाएं नौकरी भी कर रही हैं और घर के काम भी। छत्तीसगढ़ में परिवार और समाज में महिलाओं का स्थान ऊंचा रहा है। लैंगिक अनुपात में भी छत्तीसगढ़ आगे है। महिलाएं बच्चों के देख-रेख से लेकर पढ़ाई-लिखाई तक ,घर में काम करना, नौकरी भी करती हैं तो सबके लिए खाना बनाकर जातीं है और काम से लौटकर फिर सभी के भोजन का ध्यान रखती हैं। पुरुष और महिलाओं के सहकार से हमारे यहां काम होता है। शुरू से ही छत्तीसगढ़ में महिलाओं को बराबरी का स्थान मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार ने आर्थिक रूप से किसानों को मजबूत करने का काम किया। अभी प्रियंका जी ने स्टाल में देखा कि किस तरह से काम छत्तीसगढ़ में हो रहा है। बीपीओ खोले हैं। गारमेंट फैक्ट्री खोले हैं। कैसे आर्थिक संपन्नता आये, इस बात का प्रयास हम करते हैं। राशन कार्ड हमने दिया। हाफ बिजली बिल आया। पहले भिलाई में नहीं मिल रहा था अब यहां भी मिल रहा है। राशन कार्ड हमने दिया। हाफ बिजली बिल आया। पहले भिलाई टाउनशिप में नहीं मिल रहा था अब यहां भी मिल रहा है। राहुल गांधी हमेशा कहते हैं कि हर व्यक्ति को लगना चाहिए कि उनकी सरकार है। कोरोना काल में भी हमने प्रयास किया कि कैसे लोगों को आर्थिक मंदी से बचाएं। आज हमारे छत्तीसगढ़ की बहुत सारी मितानिन बैठी हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बैठी हैं। पांच साल में मानदेय पांच हजार से बढ़ाकर दस हजार कर दिया। आज हमारी मितानिन बहन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में आये हैं। वे बहुत खुश हैं। ओल्ड पेंशन स्कीम हमने लागू किया। डीए हमने बढ़ाया। स्वसहायता समूहों का कर्ज हमने माफ किया। बहनों को सशक्त करने हम लोगों ने महिला समूहों के कर्ज राशि की सीमा बढ़ा दी। हम तीन प्रतिशत ब्याज पर ऋण दे रहे हैं। वे सक्षम बनें और स्वावलंबी बने, इसके लिए हम कार्य कर रहे हैं। कन्या विवाह की राशि बढ़ा दी है। जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका सेवा से पृथक होंगी तो उन्हें सहायता राशि दी जाएगी। हमने हरेली की छुट्टी दी, तीजा की छुट्टी दी। हमने मुख्यमंत्री निवास में तीजा मनाया। मुझे लगता है कि आपमें से बहुत से लोग अभी मायके से लौटी होंगी। बोरे बासी को सम्मान देने का जो काम किया, वो हमने किया। हमारे खानपान की परंपराओं का सम्मान किया। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति कलेक्ट्रेट में लगाई। राजगीत को अपनाया। अपने संबोधन के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब प्रियंका दीदी ने भंवरा खेला तो मुझे लगा वे ठीक तरह से नहीं चला पाएंगी लेकिन उन्होंने बहुत बढिय़ा तरीके से भंवरा चलाया, मैं खुद हैरान रह गया। इस बात को सुनकर श्रीमती प्रियंका गांधी ने भी मुस्कुराकर अपनी प्रतिक्रिया दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे मॉडल जैतखाम बनाने का काम हो, कृष्ण कुंज बनाने का काम हो। वनगमन परिपथ बनाने का काम हो। हमारी सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन केंद्र को संवारने छत्तीसगढ़ महतारी संवर्धन योजना लागू करने की घोषणा मैं करता हूँ। हम हर तीन महीने में किसानों को पैसा दे रहे हैं। भूमिहीन श्रमिकों को पैसा दे रहे हैं। बटन दबाते हैं और पैसा किसानों के पास पहुँच जाता है।
महिला समृद्धि सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिय़ा, नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, लोकसभा सांसद दीपक बैज, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ स्टेट वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन एवं विधायक अरूण वोरा, विधायक देवेन्द्र यादव, अध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग श्रीमती पुष्पा भुनेश्वर यादव, महापौर भिलाई नगर निगम नीरज पाल, महापौर नगर निगम दुर्ग धीरज बाकलीवाल, महापौर नगर निगम रिसाली श्रीमती शशि सिन्हा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ महतारी के एक हाथ में संस्कृति का कलश है और दूसरे हाथ में तकनीक है-प्रियंका गांधी
श्रीमती प्रियंका गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दूर-दूर से दाई दीदी बहिनी मन ल जोहार। उन्होंने बम्लेश्वरी मईया और छत्तीसगढ़ महतारी की जयकारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। प्रियंका गांधी ने कहा वे वे बचपन में पि_ुल, गिल्ली डंडा, और कंचे सभी खेल खेले हैं। आधुनिक भारत की नींव यहीं डली। ये आपकी मेहनत, आपका जज्बा और आपकी पहचान की मिसाल है। देश की उद्यमशीलता और आत्मनिर्भरता के सपने का प्रतीक है। आज जो भिलाई है वो इस पूरे देश के लिए मिसाल है। पूरे देश भर से यहां लोग आते हैं। एकजुट होकर आप यहां रहते हैं। आधुनिक भारत की नींव यहीं पर डली। आपकी मेहनत और आपके जज्बे की यह मिसाल है। देश की उद्यमशीलता का यह प्रतीक है। यहां महिलाओं की इस मीटिंग में खड़े होकर और भी गौरव इसलिए होता है क्योंकि मंच पर आने से पहले जब मैं यहां आई और एक-एक स्टाल देखा। मैंने आत्मनिर्भर महिलाएं देखी, उनमें आत्मविश्वास था। वे मुस्कुरा रही थीं कि सरकार ने उनके लिए कुछ किया। वे अपने पैरों पर खड़ी हुई हैं। कई बहनों से मैंने यह पूछा कि आप क्या कर रही थीं इससे पहले। सबने कहा कि अभी यह अवसर मिला है। एक नौजवान डाक्टर हैं गांव गांव जाती हैं दवाओं का वितरण करती हैं। कुछ लड़कियां थी जो गोबर की सामग्री बनाती हैं स्वसहायता समूहों से जुड़ी हैं। समूह से जुडऩे से कितनी अपनी तरक्की हो सकती है। यह सब सुनकर मुझे महसूस हुआ कि छत्तीसगढ़ महतारी के हाथ में संस्कृति का कलश है औऱ दूसरे हाथ में तकनीक है। गर्व इसलिए होता है कि भिलाई को लें या या यहां के कार्यों को देखें तो यह अलग तरह का काम है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ ऐसे महापुरुष थे जो आजादी के लिए लड़े। उन्हीं के उसूलों से यह देश लड़ा। मैं अपने पिता जी के साथ अमेठी के दौरे पर गई थी। वे खुद जीप चलाते गये। एक गांव में हम उतरे, कुछ लोगों से बातचीत करने लगे। एक महिला उन्हें जोरजोर से डांटने लगी। मुझे लगा कि मेरे पिता को कैसे डांट रही हैं। उसने कहा कि सड़क खराब है तुमने क्या किया है। यह उस समय की राजनीति है कि प्रधानमंत्री को तक एहसास होता था कि जनता के प्रति उसकी जिम्मेदारी है। मैंने अपने पिता से कहा कि बुरा नहीं लगा। मेरे पिता ने कहा कि नहीं उसका कर्तव्य था और मेरा भी कर्तव्य है कि हम सब अपने अपने काम करें। महिलाओं के लिए जितनी भी योजनाएं लाई हैं। यह ध्यान में रखकर लाई गई हैं कि वे इस देश की रीढ़ की हड्डी है। वे समाज का, परिवार का पूरा बोझ उठाती हैं। मुख्यमंत्री जी खुद कह रहे थे कि घर परिवार दोनों की जिम्मेदारी आप निभा रही हैं। मैं जानती हूँ कि जो रात को आखिर में सोती हैं वो महिला हैं। जो हमारी संस्कृति है, उसूल है, हमारी अगली पीढ़ी का भविष्य महिलाएं बनाती हैं। आप सभी को सशक्त बनाने के लिए भूपेश बघेल जी की सरकार ने अनेक योजनाएं बनाईं। 10 लाख से अधिक महिलाएं समूहों से जुड़ी। उन्होंने उद्यम शुरू किया। अपने घर के लिए कुछ खरीदा। अपने उद्यम के लिए कुछ खरीदा। फिर इसके माध्यम से और उद्यम लाई। आज उनसे मिली, वे मुझसे कह रही थीं कि कुछ समूह ऐसे हैं जिन्होंने लाखों रुपए कमाये हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका का मानदेय भी उन्होंने बढ़ाया। मितानिन बहनों का भी मानदेय बढ़ाया। दाई दीदी क्लिनिक आरंभ किया। आज नि:शुल्क इलाज हो रहा है। महतारी जतन योजना एक ऐसी योजना है जिससे गर्भवती माताओं को अच्छा भोजन मिल रहा है। महिला स्वसहायता समूहों के करोड़ों रुपये के ऋण माफ किये गये। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना से बड़ी मदद दी गई। मिशन क्लीन सिटी परियोजना के तहत हजारों महिलाएं कार्यरत हुईं। ऐसी कई योजनाएं प्रदेश सरकार ने मेरी बहनों के लिए लागू की। . यह सब इसलिए हो रहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार का आपके लिए विजन है। वे आपके आज और कल दोनों को बुलंद बनाना चाहते हैं।
आज बहुत महंगाई है। उससे कुछ हद तक छत्तीसगढ़ की जनता बच रही है। आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि आप पर बोझ बढ़ गया है। जब घर पर किसी तरह की विपत्ति आती है तो घबराहट होती है। इस बीच छत्तीसगढ़ की सरकार ने आपकी राहत के लिए और आपकी मदद के लिए बहुत से काम किये हैं। आज छत्तीसगढ़ का किसान बहुत खुश है। खेती उसके लिए लाभ का जरिया बन गया गया है। छत्तीसगढ़ में ही खेती करने वाले लोग बढ़ रहे हैं। धान की सबसे ज्यादा कीमत राजीव गांधी किसान न्याय योजना की वजह से यहीं मिल रही है। मिलेट जिसके बारे में कभी किसी ने सुना ही नहीं होगा, उसका कितना लाभ मिल रहा है। आपके प्रदेश का सम्मान हर रोज बढ़ रहा है। आवारा पशुओं की समस्या देश में हर जगह है। पूरी रात महिलाओं को अपने खेतों की रखवाली करनी पड़ती है। यहां गौठानों की वजह से यह समस्या हल हुई है। कांगे्रस की सरकार आते ही किसानों का कर्ज माफ हुआ। 5 लाख से अधिक वन पट्टे दिये गये। लाखों बीपीएल परिवारों का पांच लाख तक नि:शुल्क इलाज हुआ है। कमजोर वर्ग के बच्चों को आधुनिक शिक्षा मिल रही है।