पप्पू लोहारा संगठन के एरिया कमांडर गिरफ्तार, बॉक्साइट माइंस के मशीनों को किया था आग के हवाले
बलरामपुर। सामरी के बॉक्साइट माइंस ठेकेदार को खदान बंद करने की धमकी देकर मशीनों को आग भी लगा देने वाले झारखंड और छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी के पप्पू लोहारा संगठन के एरिया कमांडर बालाजी उर्फ सत्यम यादव को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से कट्टा और कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपी के खिलाफ सामरी थाने में धारा 351, 308(5) व 309(4), 324(4)(5), 351(2)(3), 191(2)(3) व धारा 190 का अपराध दर्ज है।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर के सामरी थाना क्षेत्र के टाटीझरिया मांइस में प्रतिबंधित संगठन का धमकी भरा पर्चा छोड़ा गया था। बालाजी ने खुद को नक्सली संगठन का जोनल कमांडर बता माइंस मैनेजर को 4 जुलाई को फोन किया। माइंस बंद करने और मशीनों को आग लगाने की धमकी दी थी। 13 जुलाई को 9 हथियारबंद युवकों ने टाटीझरिया मांइस पहुंचकर ठेका कंपनी के कर्मचारियों के साथ मारपीट की और स्क्रीन मशीन में पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल के अनुसार सामरी पुलिस ने दोनों मामलों में अपराध दर्ज किया था। पुलिस ने फोन करने वाले आरोपी के मोबाइल नंबर को सर्विलांस में डालकर ट्रेस किया। मुखबिर की सूचना पर बालाजी उर्फ सत्यनारायण यादव को छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा से गिरफ्तार किया गया है।
एसपी राजेश अग्रवाल ने बताया कि, बालाजी उर्फ सत्यनारायण यादव झारखंड में सक्रिय था। वह झारखंड में ईंट भट्ठा मालिकों से वसूली करता था। उसने कुछ समय से छत्तीसगढ़ में सक्रियता बढ़ाई थी। यहां भी लेवी वसूलने की फिराक में था। उसके पास से दो देशी कट्टा, 4 जिंदा कारतूस, नक्सली लेटर पैड सहित अन्य सामान जब्त किया गया है। बलरामपुर पुलिस आरोपी बालाजी का झारखंड में आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने झारखंड के 6 ईंट भट्ठा ठेकेदारों से पैसा लेना और एक पुल के ठेकेदार से पैसा मांगना स्वीकार किया है।
बता दें कि बलरामपुर जिले का सरहदी इलाका दो दशक पहले घोर नक्सल प्रभावित था। नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के बाद करीब एक दशक से नक्सली गतिविधियां कम हुई हैं। झारखंड और छत्तीसगढ़ पुलिस की बूढ़ा पहाड़ में व्यापक कार्रवाई के बाद बलरामपुर जिले में नक्सली गतिविधियां लगभग समाप्त हो गई हैं। सरहदी क्षेत्र में जेजेएमपी के साथ कुछ प्रतिबंधित संगठन अपना प्रभाव जमाने की कोशिश में लगे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ऐहतियातन सामरी के साथ चुनचुना में सीएएफ कैंप स्थापित किया है। लगातार सर्चिंग भी की जाती है।