2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में डुप्लीकेट होलोग्राम छापने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी का स्टेट हेड गिरफ्तार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुए कथित 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाला की जांच कर रही ईओडब्ल्यू-एसीबी ने आज मंगलवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से नकली होलोग्राम सप्लाई का सबूत भी बरामद किया गया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बेची गई शराब की हर बोतल से अवैध पैसा इकट्ठा किया गया था। रायपुर के मेयर और कांग्रेस नेता ऐजाज़ के बड़े भाई अनवर ढेबर के नेतृत्व वाले शराब सिंडिकेट द्वारा 2,000 करोड़ रुपये के अभूतपूर्व भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग का सबूत है। रायपुर जेल से छूटते ही अनवर ढेबर को UP STF अपने साथ ले गई।
अफसरों के अनुसार आबकारी घोटाले में डुप्लीकेट होलोग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगा है। प्रकरण में डुप्लीकेट होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड का स्टेट हेड दिलीप पांडे को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान उपलब्ध जानकारी के आधार पर नवा रायपुर स्थित जीएसटी भवन आफिस के भूतल-कक्ष में होलोग्राम प्रिंटिंग के सेटअप से जुड़े हुए इंडस्ट्रीयल कम्प्यूटर के हार्ड ड्राइव को, जिसके माध्यम से डुप्लीकेट होलोग्राम के सीरियल नंबरों की छपाई की गई थी।
उसे विधिवत वीडियोग्राफी कराकर जब्त किया गया है। अफसरों ने बताया कि इसके अतिरिक्त प्रिज्म कंपनी के नोएडा स्थित मुख्यालय से डुप्लीकेट होलोग्राम छपवा कर रायपुर तक परिवहन के लिए उपयोग में आने वाले दस्तावेज जिसमें डुप्लीकेट होलोग्राम की संख्या एवं अन्य विवरण होते थे, आरोपी दिलीप पांडे द्वारा उसे भी बरामद कराया गया है। इन दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है।
पूछताछ के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि सिण्डीकेट के मुख्य आरोपी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरूणपति त्रिपाठी के संलिप्तता में प्रिज्म होलोग्राफी के मालिक विधु गुप्ता द्वारा 2019 से 2022 के बीच तक फर्जी होलोग्राम छत्तीसगढ़ स्थित डिस्टलरियों को उपलब्ध कराये गये थे। प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही जारी है।