शातिर महिला गिरफ्तार, नौकरी लगाने के नाम पर कई लोगों को लगाई है चूना
रायगढ़। रायगढ़ की पांच महिलाओं को स्टाफ नर्स की नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाली महिला को चक्रधरनगर पुलिस द्वारा रायपुर के अमलीडीह क्षेत्र में दबिश देकर गिरफ्तार किया गया है जिसे धोखाधड़ी के अपराध में न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । चक्रधरनगर पुलिस द्वारा आरोपिया के दो बैंक अकाउंट को सीज किया गया। इसके पहले भी आरोपिया रायपुर की लड़कियों को स्टाफ नर्स की नौकरी का झांसा दी थी जिसमें खमतराई पुलिस आरोपिया को चालान कर जेल भेजा गया था ।
धोखाधड़ी को लेकर पंजरीप्लांट में रहने वाली बीना पटेल द्वारा 9 अप्रैल को थाना चक्रधरनगर में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कर बताई कि वर्तमान में मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में कलेक्टर दर पर स्टाफ नर्स का काम कर रही है । इसके परिचित महिला से इसकी मुलाकात शोभना दास निवासी रायपुर से परिचय हुआ । शोभना एम्स रायपुर में नौकरी करना बताकर इसकी नौकरी एम्स रायपुर में स्टाफ नर्स की नौकरी लगने की बात बोली और जिसके लिये डेढ़ लाख रुपए की मांग की। बीना पटेल जनवरी 2024 में अपने खाते से ₹25,000 शोभना के खाते में ट्रांसफर की थी बाद में बीना पटेल को पता चला कि शोभना दास ने जान परिचय के चंदारानी तिर्की, गुरमनिया बेक, अमिया तिर्की, महिमा पाव से नौकरी लगाने के नाम पर 4,53,000/ रूपये की ठगी की है और उन्हें रूपये वापस नहीं की है।
तब यह शोभना से अपना पैसा वापस मांगी तो शोभना टालमटोल करने लगी । 09 अप्रैल को बीना पटेल द्वारा थाना चक्रधरनगर में कार्यवाही के लिये दिये जाने पर थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर द्वारा आरोपिया पर अपराध क्रमांक 183/2024 धारा 420 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया । थाना प्रभारी द्वारा द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम की जानकारी से पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया जिनके मार्गदर्शन पर कल सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी के हमराह स्टाफ आरोपिया की पतासाजी/गिरफ्तारी के लिए रायपुर भेजा गया । चक्रधरनगर पुलिस की टीम आरोपिया के ससुराल खमतराई इलाके में दबिश दी, जहां आरोपिया नहीं मिला ।
पुलिस टीम द्वारा स्थानीय सूत्रों से आरोपिया का पता लगाया गया और देर रात न्यू राजेन्द्रनगर थानाक्षेत्र के अमलीडीह से आरोपिया शोभना दास को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया। पूछताछ में आरोपिया द्वारा बीना पटेल समेत रायगढ़ की 5 महिलाओं को स्टाफ नर्स की नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करना स्वीकार की है।