बजाज फाइनेंस से लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दुर्ग पुलिस ने आरोपी को बिहार में पकड़ा

बजाज फाइनेंस से लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दुर्ग पुलिस ने आरोपी को बिहार में पकड़ा

भिलाई। बजाज फाइनेंस से लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले आरोपी राधेश्याम कुमार पिता गिरजा सिंह उम्र 30 साल निवासी ग्राम माईखेरा थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।  आरोपी द्वारा फेसबुक पर विज्ञापन डालकर ठगने का काम किया जाता था। एन्टी क्राइम एण्ड सायबर यूनिट दुर्ग एवं चौकी अंजोरा की संयुक्त रूप से कार्रवाई की है। 
शनिवार को सेक्टर-6 पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दिनांक 23.03.2023 को प्रार्थी झुम्मन लाल निषाद पिता स्व.भरत लाल निषाद उम्र 43 साल निवासी ग्राम चंगोरी चौकी अंजोरा थाना पुलगांव उपस्थित होकर लिखित शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि उन्हें किराना दुकान खोलने के लिये लोन की आवश्यकता थी। एक दिन अपने मोबाइल पर फेसबुक देख रहा था। उसी दौरान लोन के लिए एक विज्ञापन आया। तब उन्होंने उसे क्लिक किया और उसमें दिये मोबाईल नम्बर में कॉल किया। कुछ समय बाद उसी नम्बर से मेरे मोबाईल नम्बर पर फोन आया और उसने अपना नाम संजीव कुमार बजाज फाइनेंस का कर्मचारी होना बताया। तब प्रार्थी ने दुकान के लिए पाँच लाख रूपये लोन के लिये बताया और संजीव कुमार ने उसे चौबीस घंटे में लोन पास हो जायेगा कहकर प्रार्थी का आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाता भेजने बोला। प्रार्थी ने तीनों दस्तावेज उसी समय व्हाट्सअप से भेज दिया। फिर दिनांक 17.10.2022 को उसी नम्बर से प्रार्थी को फोन आया और बोला लोन पास हो जायेगा प्रोसेसिंग चार्ज, बीमा चार्ज, इनकम टेक्स चार्ज के रूप में कुछ राशि अपने खाते में डालने बोला। लोन की राशि नहीं आयी। प्रार्थी द्वारा संजीव कुमार को कॉल करने पर उसने बोला की आपका प्रोसेस लेट हो गया है। लेट चार्ज लगेगा। इसी प्रकार से अलग-अलग प्रोसेसिंग चार्जेस के रूप में अलग-अलग दिनांक को प्रार्थी से कुल 801465 रुपए की राशि लेकर धोखाधड़ी की गई। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना अंजोरा में धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। 
थाना प्रभारी पुलगांव निरीक्षक प्रदीप सोनी, चौकी अंजोरा प्रभारी उनि पवन देवांगन के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू., सीएसपी दुर्ग /छावनी स्क्वॉड एवं चौकी अंजोरा की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया। विवेचना के दौरान टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करते हुए आरोपी के मोबाईल नम्बर एवं घटना के दौरान पैसों के ट्रांजेक्सन के लिए उपयोग में लाये गये बैंक खातों का सूक्ष्मता में अवलोकन कर जानकारी एकत्र की गयी जिसमें आरोपी की उपस्थित ग्राम माईखेरा थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार होना पता चला। जिस पर एक विशेष टीम ग्राम माईखेरा थाना वारसलीगंज जिला नवादा बिहार हेतु रवाना की गयी। टीम द्वारा वारसलीगंज जिला नवादा बिहार पहुँच कर आरोपी के संबंध में जानकारी एकत्रित की गयी। जिस पर टीम को उक्त घटना स्थानीय निवासी राधेश्याम कुमार द्वारा उक्त घटना का अंजाम देना पता चला। टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की मदद प्राप्त करते हुए राधेश्याम कुमार को घेराबंदी कर पकड़ा गया आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ पर पुलिस को 1 गुमराह करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर उक्त घटना को अंजाम देना करना स्वीकार किया। आरोपी द्वारा बताया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम फेसबुक पर लोन हेतु एक एड तैयार लोगों को झांसे में लेते है। जब कोई उनके झांसे में आ जाता है तो उनसे आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक खाता मांगा जाता है। उसके पश्चात् कुछ ऑन लाईन फार्म भरने की प्रक्रिया कराया जाकर विभिन्न प्रोसेस के नाम पर अलग-अलग चार्जेस लेकर ठगी की घटना को अंजाम देते है। आरोपी की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं मोबाईल नम्बर बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही चौकी अंजोरा थाना पुलगांव से की जा रही है।
उक्त कार्रवाई थाना पद्मनाभपुर से विनय रजक, चौकी अंजोरा से प्र. आरक्षक कृष्णा सिंह, सिविल टीम दुर्ग से भरथरी निषाद, सिविल टीम छावनी से रत्नेश शुक्ला एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से प्र. आर. चन्द्रशेखर बंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक पंकज चर्तुवेदी जावेद हुसैन, अभय राय, निखिल साहू, महिला आरक्षक आरती सिंह की सराहनीय भूमिका रही।