अमेजन डिलीवरी कुरियर सर्विस के नाम धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपी पकड़े गए, एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाकर बैंक खातों से कर देते थे रुपए पार

अमेजन डिलीवरी कुरियर सर्विस के नाम धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपी पकड़े गए, एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाकर बैंक खातों से कर देते थे रुपए पार


भिलाई। अमेजन डिलिवरी कुरियर सर्विस के नाम धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपी  अर्जुन मंडल पिता दशरथ मंडल उम्र 28 साल निवासी ग्राम पिंडारी थाना कर्माटार जिला जामताड़ा झारखण्ड तथा नकुल कुमार मंडल पिता दशरथ मंडल उम्र 22 साल निवासी ग्राम पिंडारी थाना कर्माटार जिला जामताड़ा झारखण्ड को पकडऩे में पुलिस ने सफलता पाई है। आरोपियों द्वारा गूगल में अपने फर्जी जानकारी सबसे टॉप पर रखते थे। उस नंबर पर कॉल करने से ठगों द्वारा एनीडेस्क एप को मोबाइल पर डाउनलोड कर लोगों के बैंक खातों से रूपए पार कर दिया जाता था। मामला पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र का है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दिनांक 20.03 2023 को प्रार्थी हरिश कुमार टंडन पिता दुर्गे राम टंडन उम्र 41 साल निवासी हनोदा रोड शीतला तालाब के पास वार्ड नम्बर 52 थाना पद्मनाभपुर उपस्थित होकर लिखित शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि दिनांक 19.03.2023 को अमेजन डिलिवर कुरियर की समस्या आने से गूगल सर्व इंजन पर अमेजन डिलिवर कुरियर सर्च किया जिस पर कुरियर कम्पनी की समस्या का निराकरण किये जाने हेतु एक मोबाईल नम्बर प्राप्त हुआ जिस पर प्रार्थी द्वारा कॉल किये जाने पर सामने वाले व्यक्ति ने अपने आप को कम्पनी का प्रतिनिधि बताते हुए एक लिंक भेजा। भेजे गये लिंक में फार्म भरने बोलते हुए प्रार्थी बैंक सबंधी आवश्यक जानकारी लेकर मेरे मोबाईल पर ओटीपी भेजा, उसमे 05 रूपये की राशि भुगतान करने की चर्चा की करते हुए प्रार्थी मोबाईल पर एक ऐप एनीडेस्क इस्टॉल करने को कहा एवं ओटीपी शेयर करने को कहा।  मोबाईल पर एनीडेस्क इस्टॉल करने के उपरांत आवेदक हरिश टंडन के बैंक खाता से विभिन्न किस्तों में कुल 422999 रुपए की राशि निकाल कर धोखाधड़ी किया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्मनाभपुर में धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
ए.सी.सी.यू. प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी पद्मनाभपुर निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू., सीएसपी दुर्ग स्क्वॉड एवं थाना पद्मनाभपुर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया। विवेचना के दौरान टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करते हुए आरोपी के मोबाईल नम्बर एवं घटना के दौरान पैसों के ट्रांजेक्सन के लिए उपयोग में लाये गये बैंक खातों का सूक्ष्मता में अवलोकन कर जानकारी एकत्र की गयी जिसमें आरोपी की उपस्थित फर्माटार जिला जामताड़ा झारखण्ड होना पता चला। जिस पर एक विशेष टीम जामताड़ा झारखण्ड हेतु रवाना की गयी। टीम द्वारा जामताड़ा पहुँच कर आरोपी के संबंध में जानकारी एकत्रित की गयी। जिस पर टीम को उक्त घटना स्थानीय निवासी अर्जुन मंडल द्वारा उक्त घटना का अंजाम देना पता चला। टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की मदद प्राप्त करते हुए अर्जुन मडंल एवं एक सहयोगी नकुल कुमार मंडल को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ पर पुलिस को गुमराह करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर उक्त घटना को दोनों द्वारा मिलकर कारित करना स्वीकार किया। आरोपियों द्वारा बताया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु सर्वप्रथम गूगल एड पर 1000 रूपये की राशि देकर गूलल कुरियर डिलिवरी के नाम पर कंपनी का रजिस्ट्रेशन प्राप्त करते है। कोई व्यक्ति गूगल पर उक्त सर्विस हेतु सर्च करता है तो उसे गूगल कुरियर डिलिवरी रजिटेड कराये गये व्यक्ति का मोबाईल नम्बर दिखाई है। पीडि़त व्यक्ति द्वारा कॉल करने पर उन्हें झांसे में लेते हुए उनके फोन पर एक लिंक भेजकर फार्म भरने बोलते है व उनसे बैंक संबंधित जानकारी जैसे बैंक खाता नम्बर, सीवीवी नम्बर, कार्ड एक्सपायरी डेट, पिन कोर्ड नम्बर एवं ओटीपी प्राप्त कर लेते है या पीडि़त के मोबाईल पर एनीडेस्क ऐप इस्टॉल करा कर उनका एक्सेस अपने पास प्राप्त कर लेते है और फिर उनके बैंक खातों में रखे राशि का आहरण कर लेते है। आरोपियों की निशान देही पर घटना में प्रयुक्त मोबाईल एवं मोबाईल नम्बर के अतिरिक्त 14 नग विभिन्न कंपनी के मोबाईल बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्मनाभपुर से की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना दुर्ग से उनि देवादास भारती, थाना पद्मनाभपुर से प्र.आर. उमेश गंगराले, आरक्षक कमलेश यादव, सिविल टीम छावनी से अमित कुमार एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से सउनि पूर्ण बहादुर प्र.आर. चन्द्रशेखर बंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक अनुप शर्मा, जावेद हुसैन, अभय राय, निखिल साहू, महिला आरक्षक आरती सिंह की सराहनीय भूमिका रही।