पत्नी की आत्महत्या मामले में पति गिरफ्तार, दहेज के लिए करता था परेशान

पत्नी की आत्महत्या मामले में पति गिरफ्तार, दहेज के लिए करता था परेशान

रायगढ़। नव विवाहिता की आत्महत्या मामले में पति को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक थाना चक्रधरनगर अंतर्गत ग्राम सम्बलपुरी में गत 01 मार्च की रात्रि नव विवाहिता अरूणा राठिया पति योगेद्र राठिया उम्र 21 वर्ष निवासी सम्बलपुरी थाना चक्रधरनगर अपने कमरे में पंखा लगाने वाले सीलिंग कडी में सफेद कलर स्कार्फ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी । मृतिका नव विवाहिता होने से न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग पंचानामा कार्यवाही कर शव का पोस्ट मार्टम कराया गया। मर्ग जांच दौरान घटन को लेकर मृतिका के माता-पिता, बड़ी बहन, गवाह बताये कि अरूणा राठिया (मृतिका) का विवाह मई 2022 में योगेद्र राठिया निवासी सम्बलपुरी के साथ सामाजिक रिति रिवाज से हुआ था ।

अरूणा का पति योगेद्र राठिया दहेज में सोफा सेट, मोटरसायकल, फ्रीज नहीं लाये हो कहकर उसके साथ क्रूरतापूर्वक व्यवहार करते हुये गाली गलौज मारपीट करता था जिसे अरूणा अक्सर अपने मायके बताती थी । घटना दिनांक को भी सुबह अरूणा से उसका पति योगेन्द्र दहेज की बात को लेकर मारपीट कर रहा था, अरुणा अपनी दीदी को फोन कर उसका पति मारपीट कर बहुत परेशान कर रहा है पति के घर में रह नहीं पाएगी किसी को भेजकर मायके ले जाओ कहकर मोबाइल पर बता रही थी जिसे सुनकर योगेन्द्र और मारपीट किया। 

योगेन्द्र राठिया लगातार सोफा सेट, मोटरसायकल फ्रीज, की मांग को लेकर अरूणा को क्रूरतापूर्वक व्यवहार कर उसे प्रताड़ित करता था जिससे तंग आकर उसी रात अरूण अपने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त की ली । मर्ग जांच से मृतिका के पति योगेद्र राठिया के विरूद्ध दहेज हत्या (धारा 304-बी भादवि) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया । गंभीर घटना की जानकारी नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय को प्राप्त होने पर केस डायरी अपने हस्ते लेकर तत्काल चक्रधरनगर थाने के स्टाफ के साथ ग्राम सम्बलपुरी जाकर आरोपी योगेन्द्र राठिया पिता भवानी राठिया उम्र 26 वर्ष निवासी संबलपुरी थाना चक्रधरनगर को हिरासत में लेकर आये जिससे पूछताछ कर अहम सबूत एकत्र कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । सीएसपी अभिनव उपाध्याय के साथ आरोपी पतासाजी, गिरफ्तारी में थाना चक्रधरनगर के उप निरीक्षक दिनेश बोहिदार, प्रधान आरक्षक श्याम देव साहू, आरक्षक श्वेत बारीक की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.