जिन्दा जलने वाली महिला की पांच दिन बाद हुई पहचान, पति से रह रही थी अलग, साथ में रहने वाला युवक गायब
बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में जिंदा जलने वाली महिला की मौत की गुत्थी अब तक पुलिस नहीं सुलझा पाई है। पांच दिन बाद महिला के परिजनों ने उसकी पहचान की है। उसके पति और बेटे ने उसके गहनों से उसकी शिनाख्त की है। महिला दो साल से घरवालों से अलग रह रही थी। उसके साथ रहने वाली तिफरा का युवक भी गायब है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। महिला झाड़ियों के बीच बुरी तरह से जलकर कराह रही थी।
महावीर नगर में झाड़ियों के पास बीते शुक्रवार की रात महिला बुरी तरह से जल गई थी और वह दर्द से कराह रही थी। संजीवनी स्टाफ ने जानकारी मिलने पर उसे इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया था। लेकिन, रात में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। महिला छत्तीसगढ़ी बोल रही थी, लेकिन बयान देने की स्थिति में नहीं थी। इसलिए उसके साथ क्या हुआ यह पता नहीं चल सका था और न ही उसकी पहचान हो पाई थी। उसके दाएं हाथ में सोने की दो अंगूठी व दोनों हाथों में लाल-पीली चूड़ी थी। एक पैर में बिछिया था। उम्र 35 से 37 वर्ष की थी। दोनों कान में सोने की टॉप्स भी पहनी थी। बुधवार को सकरी थाना क्षेत्र के ग्राम परसदा निवासी संतोष कुमार गुप्ता पिता हनुमान प्रसाद गुप्ता (60) व ओम प्रकाश गुप्ता पिता संतोष गुप्ता (18) ने उसकी पहचान की। वह संतोष कुमार गुप्ता की पत्नी व ओमप्रकाश की मां थी। उन्होंने महिला के गहनों के साथ ही जले हुए कपड़ों से उसकी शिनाख्त की। महिला का नाम राजरानी गुप्ता (48) था। संतोष कुमार गुप्ता ने पुलिस को बताया कि राजरानी दो साल से घर से अलग रह रही थी। इसके पहले भी वह कई बार घर से जा चुकी थी।