महिला ASP पर चप्पलों,पत्थर और डंडे से हमला
बलरामपुर। पुलिस हिरासत में स्वास्थ्य कर्मचारी की मौत को लेकर दूसरे दिन भी तनाव रहा। नाराज लोगों ने सड़क जाम करते हुए महिलाओं ने सुरक्षा व्यवस्था में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमिषा पांडेय की पिटाई कर दी। उन पर चप्पलों,पत्थर और डंडे से हमला किया गया। मामले में बलरामपुर थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया व एक आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देशानुसार न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक शर्मा की उपस्थिति में शव का पंचनामा किया गया। पांच सदस्यीय चिकित्सकों की टीम से पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए गृहग्राम सन्तोषीनगर ले जाया गया है। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग के साथ कई जिलों के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात किया गया था।
कई बार ऐसी परिस्थिति निर्मित हुई जब भीड़ ने विरोध प्रदर्शन की सारी सीमाएं लांघ दी थी लेकिन पुलिस की ओर से जबाबी कार्रवाई नहीं हुई। अंतिम संस्कार स्थल पर भी बड़ी संख्या में महिलाओं और ग्रामीणों की भीड़ थी। लोगों ने हाथों में डंडा पकड़ रखा था।
क्या है मामला
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गुरुचंद मंडल (30 साल) की पत्नी रीना मंडल 29 सितंबर से लापता है। इसी प्रकरण की जांच में पूछताछ के लिए गुरुचंद मंडल व उसके पिता शांतिराम मंडल को बलरामपुर थाने बुलाया गया था। गुरुवार दोपहर गुरुचंद मंडल की थाने के बाथरूम में फांसी पर लटकी लाश मिली थी।
स्वास्थ्य कर्मचारी गुरुचंद मंडल की मौत को स्वजन व बंग समाज कल्याण समिति ने आत्महत्या मानने से इनकार कर दिया है। समाज की ओर से आरोप लगाया गया कि हिरासत में रखकर पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया गया।उसके साथ अत्यधिक मारपीट किया गया। इसी कारण उसकी मृत्यु हुई है। समाज की ओर से बलरामपुर थाने के सीसी कैमरों के फुटेज सार्वजनिक करने की मांग शुरू हो गई है। कांग्रेस ने महापौर डा अजय तिर्की की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है।