भिलाई के सुपेला सरकारी अस्पताल में पर्ची पर डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा, अस्पताल के अंदर से लंबे समय से चल रहा कारोबार, सवाल करते ही जिम्मेदारों के फूल हाथ-पाँव

भिलाई के सुपेला सरकारी अस्पताल में पर्ची पर डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा, अस्पताल के अंदर से लंबे समय से चल रहा कारोबार, सवाल करते ही जिम्मेदारों के फूल हाथ-पाँव

भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां सरकारी अस्पताल के डॉक्टर द्वारा लंबे समय से मरीजों को बाहर की दवा लिखने का काम किया जा रहा है। मामला भिलाई के सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल का है।

अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे किए जा रहे हैं। स्वास्थ मंत्री सहित जिले की कलेक्टर द्वारा लगातार सुविधाएं दुरुस्त करने बैठकें ली जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। अस्पतालों में पर्याप्त दवाई की भी बात कही जा रही है, लेकिन हकीकत उनकी पोल खोल रही है। चिकित्सक खुलेआम मरीजों को मेडिकल स्टोर का नाम बताकर बाहर की दवाएं लिख रहे हैं। 

हाथ में पर्ची लिए भटक रहे थे मरीज के परिजन

हाथ में दवा की पर्ची लिए कुछ मरीज लोगों से मेडिकल स्टोर का पता पूछ रहे थे। पूछने पर उन्होंने बताया की सुपेला अस्पताल के डॉक्टर साहब ने दवा लिखी है। अस्पताल जाकर पता चला कि डॉक्टर साहब कमरा नंबर 8 के ओपीडी में बैठे हैं और ज्यादातर मरीजों को बाहर की दवा लिखी जा रही है।

आइए जानते है कौन लिखता है बाहर की पर्ची

लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला के रूम नंबर 8 में ओपिओड सबस्टीट्यूड थेरेपी (OST) विभाग में डॉ. मोनिश भगत पदस्थ हैं। आसान भाषा ने ये नशा मुक्ति केंद्र है। यहां नशा छुड़ाने का इलाज किया जाता है। नाम नहीं छापने की शर्त पर कुछ डॉक्टरों ने बताया कि डॉ. मोनिश भगत नशा छुड़ाने का इलाज के साथ ही दूसरे मरीजों का भी इलाज करते है। उनके द्वारा लिखी गई दवाई अस्पताल परिसर में स्थित किसी भी दवाखाने में नहीं मिलती। उनके द्वारा लिखी गई दवा काफी महंगी होती है। वहीं इलाज करवाने से पहले मरीज OPD के लिए जो पर्ची कटवाता से उसमें दावा न लिखकर दूसरी पर्ची में लिखते है। उनके द्वारा लिखी है दावा एक ही चिन्हित मेडिकल स्टोर पर मिलता है। ये सिलसिला काफी लंबे समय से चल रहा है।

अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाएं मौजूद हैं और मरीजों को वही दवाएं दी जानी चाहिए। जन औषधि सहित धनवंतरी मेडिकल स्टोर सुपेला अस्पताल में मौजूद है। इसके बाद भी अगर कोई भी चिकित्सक कमीशन के चरककर में मरीजों को बाहर की दवा लिखता है तो गलत है। मुझे आज़ाद हिन्द Times के माध्यम से ये जानकारी आज मिली है। संबंधित डॉक्टर की शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी।

डॉ. पीयाम सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला, भिलाई