VIDEO पूर्व गृहमंत्री तामध्वज साहू के करीबी इस कांग्रेस कार्यकर्ता ने नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार से की लाखों की ठगी

दुर्ग पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं 

लाल घेरे में पूर्व गृहमंत्री तामध्वज साहू के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता अमनदीप सोढ़ी, जिनपर आरोप लगाया गया है

लाल घेरे में पूर्व गृहमंत्री के पुत्र जीतेन्द्र साहू के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता अमनदीप सोढ़ी, जिनपर आरोप लगाया गया है

लाल घेरे में विधायक देवेंद्र यादव के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता अमनदीप सोढ़ी, जिनपर आरोप लगाया गया है 

प्रेस कांफ्रेंस में पीड़ितों ने मीडिया के सामने इसका किया खुलासा

भिलाई। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से चौकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें पूर्व गृहमंत्री तामध्वज साहू के करीबी कांग्रेस कार्यकर्ता अमनदीप सोढ़ी  ने नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार से लाखों की ठगी की है। 7 जून को प्रेस कांफ्रेंस में पीड़ितों ने मीडिया के सामने इसका खुलासा किया। 

रिसाली वार्ड 23 के पार्षद धर्मेंद्र भगत, रिसाली वार्ड 25 के पार्षद मनीष यादव, ह्यूमन अवेर्नेस एन्ड एजुकेशन सोसाइटी की अध्यक्ष अनुपमा गोस्वामी सहित पीड़ित संतोष यादव, शुभम यादव, मितेश वर्मा' जसमीत सिंह कौंडल ने बताया कि कांग्रेस से टिकट पर पार्षद चुनाव लड़ी प्रीति सोढी का पति अमनदीप सोढी तालपुरी बी ब्लाक निवासी ने नौकरी लगाने के नाम पर  लाखों की ठगी की है। ह्यूमन अवेर्नेस एन्ड एजुकेशन सोसाइटी की अध्यक्ष अनुपमा गोस्वामी ने इसकी सूचना पूर्व गृहमंत्री तामध्वज साहू के पुत्र जीतेन्द्र साहू और उनकी पत्नी सरिता साहू को भी दी है, लेकिन उन्होंने इस गंभीर मामले पर ध्यान नहीं दिया। खबर प्रकाशन के बाद और भी शिकायत सामने आने की  संभावना जताई जा रही है। 

अमनदीप सोढी जो पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का करीबी  कांग्रेस कार्यकर्ता ने कांग्रेस के शासन काल में गृहमंत्री के ही विभाग PWD में नौकरी एवं ट्रांसफर के नाम पर लगभग 20-25 लोगों से करीब 60-70 लाख रुपये झासा देकर ठगी की है जिसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों IG, SP एवं संबंधित थानों में 2 माह पूर्व की जा चुकी है। 

गृहमंत्री एवं उनके परिवार के नजदीकी होने का फायदा उठाया
अमनदीप सोढी ने गृहमंत्री एवं उनके परिवार, पुत्र एवं पुत्रवधू के नजदीकी होने का जमकर फायदा उठाया। गरीबों से नौकरी के नाम पर लाखों लाख रुपये ऐंठे इतनी बड़ी रकम के पिछे किसी बड़े नेता का हाथ और मिलीभगत के अंदेशा को नकारा नहीं जा सकता । कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे क्षेत्रिय विधायक ताम्रध्वज साहू के करीबी होने का खूब फायदा उठाकर अमनदीप सोढी ने उनके ही विधानसभा के युवा बेरोजगार युवाओं, कई महिलाओं और प्रदेश के कुछ अन्य जिलों के लोगों को मंत्री का करीबी होने का हवाला देते हुवे उनके ही विभाग पीडब्ल्यूडी में तथा, मंत्रालय व अन्य सरकारी विभाग में अच्छी सेटिंग की बात कहकर नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की है। पीड़ितों में रामेश्वर प्रसाद दरगाह रायपुर, निहाल सिंह ठाकुर रायपुर, जसमीत सिंह कोन्डल रिसाली भिलाई, मितेश वर्मा, शुभम यादव, संतोष यादव, ललीता साहू, उषा सेन, मितेश कुमार गिरपुडे गुंडरदेही, शुभम यादव रूआबांधा भिलाई, संतोष यादव रूआबांधा भिलाई को ठगी का शिकार बनाया गया है। 

पुलिस में शिकायत पर लगातार मिल रही धमकी 
अमनदीप सोढी एवं उसके भाई जसदीप सोढी द्वारा पीड़ितों को ताम्रध्वज साहू के करीबी होने का धौंस दिखा कर डराया धमकाया जा रहा है। थाने में लिखित शिकायत पर अमनसोदी ने रकम लेना स्वीकार किया तथा पुलिस के सामने 2 माह के अंदर रकम लौटने स्टाम्प पेपर में दिया गया था। परन्तु आज दिनांक तक कोई रक़म वापसी नहीं किया गया. उल्टा पीड़ितों की पुलिस में शिकायत किये जाने पर अमनदीप सोढी एवं उसके भाई जसदीप सोढी द्वारा पीड़ितों एवं महिला को फोन काल लगाकर लगातार धमकी और अश्लील गाली गलौच दी जा रही है। युवा बेरोजगारों के परिवार ने अपनी संपत्ति बेचकर कर्ज लेकर अपने बच्चों का भविष्य बनाने की लालसा में अपनी गाढ़ी कमाई अमनदीप सोढी को दे दी जिसे खाकर वह बड़े शान से घूम रहा है तथा बड़े नेता पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू के नजदीक होने का फायदा उठा रहा है, स्थानीय युवाओं का रुपया गबन करने वाले इस कांग्रेस नेता को तुरंत ही गिरफ्तार कर सख्त कार्यवाही तथा उनकी गाड़ी कमाई की राशि पुनः दिलाने की मांग पीडितों द्वारा की गई है. सभी पीड़ितों ने पूर्व दिये आवेदन के पश्चात भी अमनदीप सोढी को 2 माह का समय दिया पैसे वापसी के लिए, परन्तु पैसे वापसी के संबंध में पीड़ितों द्वारा अमनदीप सोढी को फोन काल पर बात करने पर अमनदीप सोढी एवं उसके भाई जसदीप सोढी द्वारा धमकी पुलिस में शिकायत दर्ज क्यों करवाये, अब थाने गये हो तो थाने से ही पैसे वसूलो एवं धमकी और गाली-गलौज कर पीड़ितों को मानसिक परेशान किया जा रहा है।

अमनदीप सोढी ने किससे कितने रुपए लिए 
1. संतोष यादव रूआबांधा भिलाई से 6 लाख रुपए
2.   जसमीत सिंह कोन्डल रिसाली भिलाई से 3 लाख रुपए 
3. मितेश कुमार गिरपुडे गुंडरदेही से 3 लाख 75 हजार रुपए 
4. शुभम यादव रूआबांधा भिलाई से 3 लाख रुपए 
5. उषा सेन रूआबांधा भिलाई के परिवार के चार सदस्यों से 10  लाख रुपए 
6. ललिता साहू रिसाली निगम कर्मचारी से 70 हजार रुपए 

पीड़ित जसमीत सिंह कोन्डल रिसाली भिलाई

पीड़ित मितेश कुमार गिरपुडे गुंडरदेही

पीड़ित शुभम यादव रूआबांधा भिलाई

पीड़ित संतोष यादव रूआबांधा भिलाई