धूमधाम से मनाई गई बसंत पंचमी, पूजे गए ज्ञान और कला की देवी माँ सरस्वती

हाउसिंग बोर्ड और हुडको कालीबाड़ी में हुआ आयोजन

भिलाई। रविवार 2 फरवरी को दुर्ग जिले में धूमधाम से बसंत पंचमी मनाई गई। हुडको कालीबाड़ी और हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। पूजा समाप्ति के बाद भक्तों को प्रसाद के रूप में खिचड़ी का वितरण किया गया। वहीं कुछ जगहों पर 3 फरवरी को सरस्वती पूजा की जाएगी।

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भिलाई के हुडको कालीबाड़ी और हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी में प्रतिमा स्थापित कर ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती की आराधना की गई। बसंत पंचमी को हिदू पंचांग के अनुसार सबसे शुभ दिन माना गया है। सरस्वती पूजा को लेकर खासा उत्साह देखा गया। भक्तों ने पीला वस्त्र धारण कर मां शारदे की धूमधाम से पूजा अर्चना की। यह दिन ज्ञान और कला की देवी को समर्पित है। यह पर्व बसंत के आगमन का भी संकेत देता है इसलिए इसे बसंत पंचमी भी कहते हैं। बसंत पंचमी पर विद्यार्थी, कला, लेखन से जुड़े लोग विशेष रूप से   मां सरस्वती का आशीर्वाद लेते हैं। पंचांग के अनुसार इस साल यह पर्व 2 फरवरी, रविवार को मनाने के साथ ही 3 फरवरी को भी बसंत पंचमी मनाई जाएगी। मान्यता के अनुसार ब्रह्माजी ने उन्हें ज्ञान की देवी के रूप में पूजा और उन्हें वाणी, विद्या और कला की देवी के रूप में स्थापित कियाकहा जाता है कि जब ब्रह्माजी ने देवी सरस्वती को प्रकट किया, तो वसंत ऋतु का आगमन हुआउनके एक हाथ में वीणा, दूसरे हाथ में माला, तीसरे हाथ में पुस्तक और चौथे हाथ में वर मुद्रा थी

हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी

हुडको कालीबाड़ी