रसमड़ा के प्लांट से निकलने वाले डस्ट से जनजीवन प्रभावित, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग

रसमड़ा के प्लांट से निकलने वाले डस्ट से जनजीवन प्रभावित, ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग

  दुर्ग। प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों तथा स्थानीय बेरोजगारों को काम दिलाने जाने की मांग को लेकर ग्राम पंचायत रसमड़ा के सैकड़ों ग्रामीण द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। 
ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत रसमड़ा में रायपुर स्टील प्लांट एण्ड पॉवर प्रा.लि. कंपनी द्वारा प्रदूषण फैलाया जा रहा है। कंपनी से निकलने वाला डस्ट लोगों के घरों में जमा हो रहा है। तालाब का पानी गंदा हो जाने के कारण निस्तारी के लायक नहीं रहा। फेक्ट्री से निकलने वाले डस्ट के कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। कंपनी का गंदा पानी और प्रदूषण से खेतों नुकसान हो रहा है। ग्रामीण, पशु-पक्षी सब बीमार पड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य शिविकर लगाने की मांग प्रशासन से की गई ताकि लोगों का स्वास्थ्य जांच हो सके। 
ग्रामीणों ने बताया कि  औद्योगिक क्षेत्र के लिए रसमड़ा सहित ग्राम पंचायत खपरी, सिलोदा, जोरातराई, मनगटा, गनियारी के किसानों ने अपनी खेती जमीन इसलिए दिए थे ताकि गांव के बेरोजगारों को काम मिल सके। किंतु रायपुर स्टील एण्ड पॉवर प्रा. लि. कंपनी में एक हजार श्रमिकों में से 25 प्रतिशत स्थानीय मजदूर हैं तथा 75 प्रतिशत मजदूर दिगर प्रांतों के हैं। भर्ती के लिए कंपनी में जाने पर आधार कार्ड में ग्राम रसमड़ा, जोरातराई, खपरी आदि दिखाने पर नौकरी में नहीं लिया जा रहा है, बल्कि अन्य प्रांतों के मजदूरों को काम पर लिया जा रहा है। 
इस दौरान ग्राम पंचायत मनगटा के पंच सतीश सिन्हा, भोजराम साहू, धनेश्वर यादव, उमेन्द्र सिन्हा, खलेश्वर साहू, पुरषोत्तम,  मंगतू, बाबूलाल, वेद साहू, रोहित कुमार, टीकम, रुपेश यादव, धमेन्द्र यादव, धनुष पटेल, दुर्गा प्रसाद, तीरथराम पटेल आदि मौजूद थे।