गुस्ताख-ए-नबी की सजा या कुछ और?
निशांक राठौर की मौत पर अब तक सस्पेंस, एसआईटी खोलेगी राज
भोपाल(एजेंसी)। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को एक इंजीनियरिंग छात्र की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का निर्देश दिया। पुलिस ने कहा था कि यह आत्महत्या से मौत का मामला है। मिश्रा ने अपने ट्वीट कर कहा कि इंजीनियरिंग छात्र निशांक राठौर केस से जुड़े सभी बिंदुओं की वस्तिृत जांच के लिए रायसेन पुलिस अधीक्षक को एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में भोपाल-इटारसी रेलवे ट्रैक पर एक युवक का शव मिला। शव के पास ही मोबाइल और कुछ दूरी पर स्कूटी मिली। पुलिस इस मामले को आत्महत्या मानकर जांच कर रही थी कि तभी परिजन पहुंच गए। उनके द्वारा जो जानकारी मिली उसके बाद मामले में नया मोड़ आ गया जो नूपुर शर्मा के विवादित बयान से जुड़ा निकला।
कथित तौर पर मृतक छात्र के पिता के मोबाइल पर घटना से ठीक पहले एक मैसेज आया था। इस मैसेज में एक स्क्रीनशॉट साझा किया गया था, जिसमें एक स्टूडेंट की फोटो लगी थी और उस पर लिखा था, गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा ! यह मैसेज पिता के साथ साथ मृतक के दोस्तों के मोबाइल पर भी आया था। साथ ही उनके इंस्टाग्राम पर एक फोटो भी शेयर की थी जिसमें वह भगवा झंडा लिए नजर आ रहा था। पोस्ट पर एक बड़ा रेड क्रॉस का निशान था, जिस संदेश के साथ 'गुस्ताख-ए-नबी की एक ही साजा, सर तन से जुदा' लिखा था। मिश्रा ने कहा कि मामले की जांच के लिए रायसेन पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया है।