पोइला बोइशाख पर दुर्ग जिले में होंगे विविध सांस्कृतिक आयोजन, ओपन एयर थियेटर सिविक सेंटर और सेक्टर-6 कालीबाड़ी में कलाकार देंगे रंगारंग प्रस्तुति
बंगाली समुदाय द्वारा जोर शोर से की जा रही है तैयारी
भिलाई। बंगाली समुदाय के लोगों द्वारा इस वर्ष 15 अप्रैल को पोइला बोइशाख मनाया जाएगा। दुर्ग जिले की अलग-अलग स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों को लेकर जोर शोर से तैयारी की जा रही है। पोइला बोइशाख (पहला बैशाख) बहुत ही खास होता है। इस दिन से बंगाली नववर्ष की शुरुआत होती है। भिलाई बंगाली समाज (बीबीएस) के सचिव राजदीप सेन ने बताया कि 15 अपै्रल शनिवार को ओपन एयर थियेटर सिविक सेंटर भिलाई में शाम 7.30 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में कोलकाता निवासी जी बांग्ला सारेगामा फेम तथा उभरता हुआ प्लेबैक सिंगर शोवन गांगुली नए-पुराने गीतों की प्रस्तुति देंगे। आयोजन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। वहीं संजय दत्ता ने बताया कि कालीबाड़ी सेक्टर-6 भिलाई में भी रात्रि 9 बजे से म्युजिकल डीनर नाइट का आयोजन किया गया है।
बंगाली समुदाय के लोग पोइला बोइशाख के दिन को नए साल के रूप में मनाते हैं। इस दिन लोग एक-दूसरे को नए साल की बधाई व शुभकामनाएं देते हैं और परिवार के सदस्यों और दोस्तों के बीच इस दिन का जश्न मनाते हैं। घर के सभी लोग इस दिन नए-नए कपड़े पहनकर पूजा-पाठ करते हैं और विभिन्न तरह के पकवान बनाए जाते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार विश्वरभर में 1 जनवरी के दिन को नए साल के रूप में धूमधाम के साथ मनाया जाता है, लेकिन इसके अलावा भारत के विभिन्न राज्यों और समुदाय के लोग अपनी-अपनी संस्कृति व परपंराओं के अनुसार नया साल मनाते हैं।
शुभो नबो बरसो कहकर देते हैं एक दूसरे को बधाई
इस साल पोइला बोइशाख या बंगाली नववर्ष शनिवार 15 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा। बंगाली समुदाय के लोगों के बीच पोइला बोइशाख का दिन बहुत खास होता है। इस दिन लोग पवित्र नदी में स्नान कर पूजा-पाठ करते हैं। घर की साफ-सफाई कर अल्पना बनाया जाता है। मंदिर जाकर नए साल के पहले दिन भगवान का आशीर्वाद लिया जाता है। इसके बाद विशेष व्यजंन तैयार किए जाते हैं। इस दिन गौ पूजन, नए कार्य की शुरुआत, अच्छी बारिश के लिए बादल पूजा आदि का भी महत्व होता है। पोइला बोइशाख पर लोग सुख-समृद्धि के लिए सूर्य देव के साथ ही भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। घर पर रिश्तेदार और दोस्तों का आना-जाना होता है और लोग एक दूसरे को शुभो नोबो बोरसो (नए साल की शुभकामनाएं) कहकर नए साल की बधाई देते हैं।