अब भी गिरफ्तारी से बाहर है यूपी में हत्या कर भिलाई में छिपने वाला तारकेश, कहीं विभागीय मुखबीरी का परिणाम तो नहीं?
भिलाई। उत्तर प्रदेश में बुलाकर भिलाई फरीदनगर निवासी ट्रक ड्राइवर शमसेर अली की हत्या कर उसकी पत्नी को अपना बनने वाले तथा भिलाई में जुए का फड़ चलाने वाले मोस्ट वांटेड आरोपी तारकेश अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है। इस मोस्ट वांटेड तारकेश के खिलाफ बिहार पुलिस में 302 तथा भिलाई में जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज है। दुर्ग पुलिस कई बड़े-बड़े अपराधियों व वादातातों को सुलझाने वाली सशक्त पुलिस की टीम है। इसके बाद भी मोस्ट वांटेड तारकेश का पुलिस पकड़ से बाहर होना कई सवालों को जन्म देता है।
गत दिनों हत्या के मामले में यूपी पुलिस भी भिलाई पहुंची थी तारकेश को गिरफ्तार करने। जानकारी के अनुसार जब यूपी पुलिस तारकेश को पकडऩे भिलाई में इधर-उधर खोजबीन कर रही थी तो दूसरी ओर तारकेश अपने फड़ में जुआ खिलाने में व्यस्त था। जानकारी के अनुसार विभाग के ही किसी पुलिस कर्मी के द्वारा मुखबीरी किए जाने कारण मोस्ट वांटेड तारकेश भागने में सफल रहा। तारकेश की दो पत्नी है। एक भिलाई के फरीदनगर तो दूसरा शांतिनगर में रहती है। जब यूपी की टीम भिलाई पहुंची थी तो छठ पूजा होने के कारण एक पत्नी को छोड़ दिया और दूसरी पत्नी को अपने साथ ले गई। आरोपी तारकेश्वर के मोहल्ले वालों ने यह भी बताया कि सुपेला पुलिस का एक सिपाही और तारकेश की अच्छी दोस्ती है। जिसके चलते पुलिस उसे ढूंढती रहती है और वह फरार हो जाता है।
छापेमार कार्रवाई की जानकारी नहीं दी गई थी सुपेला थाना और स्मृतिनगर चौकी प्रभारी को
2 नवंबर की शाम नगर पुलिस अधीक्षक आईपीएस निखिल अशोक राखेचा अपने टीम के साथ तारकेश के कोहका आर्यनगर में संचालित जुए के फड़ में छापा मारा था। बताया जाता है कि आईपीएस निखिल राखेचा द्वारा की गई इस छापेमार कार्रवाई की जानकारी न तो स्मृतिनगर पुलिस को थी और न ही सुपेला थाना के अधिकारियों को दी गई थी। शाम को अंधेरा होने के कारण जुआ खेल रहे कई लोग भागने में सफल रहे लेकिन आईपीएस निखिल राखेचा के साथ पहुंचे पुलिस की टीम ने चार लोगों को दबोच लिया। जिनसे करीब 60 हजार रुपए व ताश पत्ती जब्त की गई थी। शायद थाने में जानकारी दी जाती तो यह चार भी पुलिस पकड़ से बाहर होता। क्योंकि सुपेला थाना प्रभारी और स्मृति नगर चौकी प्रभारी का दावा था कि उनके क्षेत्र में कहीं भी जुआ-सट्टा नहीं चल रहा है लेकिन भिलाई नगर सीएसपी आईपीएस निखिल राखेचा के कार्रवाई के बाद दावों की पोल खुल गई। यहीं कारण है कि फड़ में रेड कार्रवाई के दौरान स्मृतिनगर चौबी प्रभारी और सुपेला थाना प्रभारी को कोई सूचना नहीं दी गई थी।
तारकेश क्या कांड कर आया उत्तर प्रदेश में
उसने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर उसके पति की यूपी में हत्या कर दी। इसके बाद सुपेला थाना क्षेत्र में ही किराए के मकान में प्रेमिका को दूसरी पत्नी बनाकर रह रहा था। सुपेला पुलिस को इस बात की जानकारी थी, इसके बाद भी वह आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही थी। रविवार को जब उत्तर प्रदेश पुलिस उसे पकडऩे पहुंची तो हड़कंप मच गया था। आरोपी आमना खातून और उसका पति शमसेर अली (जिसकी हत्या की गई) दोनों भिलाई के फरीद नगर में रहते थे। मृतक शमसेर अली के पिता लाल मोहम्मद उर्फ लल्लू ने बताया था कि उनका पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिला के सिराथू थाना अंतर्गत थोंद में है। उन्होंने अपने बड़े बेटे शमसेर अली की शादी गांव की लड़की आमना खातून से की थी। शमसेर ट्रक चलाता था और अपनी पत्नी के साथ भिलाई फरीद नगर में ही रहता था। तारकेश ने आमना को अपने प्यार के जाल में फंसाया और लगभग डेढ़ साल पहले तारकेश आमना को भगा कर ले गया। इसकी शिकायत भी परिजनों ने सुपेला थाने दर्ज कराई थी। शमसेर आमना को किसी भी कीमत में लाना चाहता था, जिसके चलते आमना और तारकेश ने शमसेर को मौत के घाट उतार दिया। शमशेर के पिता लल्लू ने बताया कि आमना को भगाकर ले जाने के बाद शमसेर और तारकेश के बीच कई बार विवाद हुआ। तारकेश ने कहा उसकी पत्नी यूपी में उसके गांव में है, आकर ले जा । लगभग एक साल पहले शमसेर अली यूपी अपने गांव पहुंचा, वहां आमना ने उसे जंगल झाड़ी वाले क्षेत्र में मिलने बुलाया। इसके बाद गांव के अपने दो पुराने प्रेमियों और तारकेश के साथ मिलकर शमसेर की हत्या कर दी और लाश को पेड़ में फांसी से लटका दिया। अगले दिन सिराथू पुलिस को लाश के पास शमसेर का ड्राइविंग लाइसेंस मिला और उसके सहारे उसके परिजनों को जानकारी दी गई। बाद में पीएम रिपोर्ट आई तो पता चला कि शमसेर की हत्या करके फांसी पर लटकाया गया है। इसके बाद यूपी पुलिस ने तारकेश, आमना और दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। शमसेर अली के परिजनों का कहना है कि आमना के भगाकर ले जाने का मामला सुपेला पुलिस में पहले से दर्ज था। इसके बाद यूपी पुलिस पहले भी एक बार और यहां आ चुकी है। तारकेश द्वारा हत्या करने की बात सुपेला पुलिस को पता है लेकिन उसने कभी उसे गिरफ्तार नहीं किया, यह शमशेर के पिता का आरोप है। तारकेश पहले से शादीशुदा है। पहली पत्नी के होते हुए भी उसने दूसरी शादीशुदा महिला को प्रेम जाल में फंसाया और उसके पति को मौत के घाट उतार कर भिलाई रह रहा है। पहली पत्नी जहां सुपेला के पुराने घर में रहती है तो दूसरी पत्नी को शांति नगर में किराए के मकान में रखा हुआ था। कुछ लोगों ने विरोध किया कि उसकी पहली पत्नी बेकसूर है और छठ की व्रतधारी भी है इसलिए उसे ले जाना सही नहीं है, तब यूपी पुलिस ने पहली पत्नी को छोड़ दिया और दूसरी पत्नी आमना खातून को गिरफ्तार करके यूपी ले गई है।