बैलून विवाद के बाद वर-चीन में रार

बैलून विवाद के बाद वर-चीन में रार

नई दिल्ली (एजेंसी)। अटलांटिक महासागर में कथित चीनी जासूसी गुब्बारे को गिराए जाने के बाद चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंघे ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड आॅस्टिन का फोन कॉल उठाने से इनकार कर दिया। पेंटागन के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी है।
अमेरिकी वायु सेना के लड़ाकू विमान एफ-16 ने शनिवार को दक्षिण कैरोलिना तट पर कथित चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। इससे एक हफ्ते पहले ही गुब्बारे ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में पहली बार प्रवेश किया था। इस घटना के बाद से चीन और अमेरिका के संबंधों में तल्खी बढ़ी है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने एक बयान में कहा,पेंटागन ने शनिवार को गुब्बारा मार गिराए जाने के बाद औपचारिक बातचीत के लिए चीनी रक्षा मंत्री से  अमेरिकी रक्षा मंत्री की फोन पर बातचीत के लिए अनुरोध किया था, जिसे बीजिंग ने ठुकरा दिया। राइडर ने कहा, "दुर्भाग्य से चीन ने हमारे अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है लेकिन बातचीत जारी रखने की हमारी प्रतिबद्धता जारी रहेगी।
अमेरिकी आसमान में चीनी गुब्बारे की वजह से  वाशिंगटन में तब राजनीतिक हंगामा मच गया, जब शीर्ष अमेरिकी   राजनयिक एंटनी ब्लिंकन ने रविवार-सोमवार को अपनी प्रस्तावित बीजिंग यात्रा रद्द कर दी। इस यात्रा से दोनों देशों को उम्मीद थी कि उनके खराब होते रिश्तों में सुधार होंगे। चीन ने कहा है कि यह मौसम विभाग का गुब्बारा था, जिसने गलती से अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर लिया था। इसके साथ ही चीन ने अमेरिका पर जरूरत से ज्यादा  प्रतिक्रिया करने का आरोप लगाया था।
बहरहाल, व्हाइट हाउस ने इस घटना के अमेरिका-चीन संबंधों पर पड़ने वाले किसी भी गंभीर प्रभाव को कम महत्व दिया है। बाइडेन ने सोमवार को खुद कहा था कि इस मुद्दे से रिश्ते कमजोर नहीं हुए हैं। जब आॅस्टिन नवंबर में कंबोडिया में वेई से मिले,तो उन्होंने दोनों देशों के बीच कम्यूनिकेशन में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया था।