भिलाई के मुक्तिधाम में मोक्ष के लिए तरस रहे अस्थियों को चित्रोत्पला गंगा नदी रुद्रेश्वर धाम रुद्री में कल किया जाएगा विसर्जन

भिलाई के मुक्तिधाम में मोक्ष के लिए तरस रहे अस्थियों को चित्रोत्पला गंगा नदी रुद्रेश्वर धाम रुद्री में कल किया जाएगा विसर्जन

धमतरी/ भिलाई। स्वर्गधाम सेवा समिति 20 वर्षों से मृतात्माओं को मोक्ष दिलाने के काम में जुटी है। भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में मोक्ष के लिए तरस रहे अस्थियों को 18 अक्टूबर को धमतरी लाया गया। 20 अक्टूबर को इन सभी अस्थियों का विसर्जन चित्रोत्पला गंगा नदी रुद्रेश्वर धाम रुद्री में हिन्दू रिवाज से विसर्जन किया जाएगा। स्वर्गधाम सेवा समिति के अध्यक्ष एवंत गोलछा,महासचिव अशोक पवार ने कहा कि यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है कि अनेक अस्थियों को उनके परिजन लेने ही नहीं आए। दिवंगत अस्थियों का हम विधिवत विसर्जन करेंगे। जरूरत में अपने ही पराये हो जाते है । यह कहावत रामनगर मुक्तिधाम में रखे अस्थियों ने साबित कर दिया। मौत के बाद अस्थि विसर्जन समय पर हो जाना चाहिए,लेकिन यहाँ तो 20 साल से अस्थियों को मोक्ष का इंतजार था। स्वर्गधाम सेवा समिति का गठन शायद ऐसे ही पुण्यात्माओं को मोक्ष दिलाने हुआ है। आज हम अभिभूत है कि भगवान ने हमे यह जिम्मेदारी दी। हमे यह कहने में गर्व है कि जिनका कोई नही ,उनका स्वर्गधाम।

दिव्य ज्योति सेवा समिति भिलाई के पदाधिकारियों में रोष
ज्ञात हो कि दिव्य ज्योति सेवा समिति द्वारा भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम लंबे समय से रखे हुए अस्थियों को विसर्जन के लिए नगर निगम भिलाई में आवेदन किया गया था। दिव्य ज्योति सेवा समिति के मदन सेन ने बताया कि नगर निगम द्वारा भिलाई के संस्था को छोड़ दूर के संस्था को अस्थियों को विसर्जन के लिए दे दिया गया। नगर निगम भिलाई द्वारा अखबार में विज्ञापन प्रकाशित  लोगों से अस्थियों को ले जाने की अपील की गई थी। तत्पश्चात कुछ लोग अस्थियां ले गए थे। दिव्य ज्योति सेवा समिति भिलाई  को नगर निगम द्वारा अस्थियों को विसर्जन के लिए देने की बात कही गई थी लेकिन भिलाई के बाहर स्थित संस्था को अस्थी विसर्जन के लिए दे दिया गया। इससे दिव्य ज्योति सेवा समिति भिलाई के पदाधिकारियों में रोष है।