युवाओं की सराहनीय पहल, चलाया जा रहा पशु पक्षी बचाओ-जीवन बचाओ अभियान
भिलाई। इंदिरा गांधी शासकीय महाविद्यालय,भिलाई के एन.एस.एस स्वयंसेवक योगेश कुमार साहू और उनके मित्रों के द्वारा "पशु पक्षी बचाओ-जीवन बचाओ अभियान" चलाया जा रहा है। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है, हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है।जिले मे यहां का तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है। आने वाले महीने में जेठ में और अधिक गर्मी पडऩे की संभावना है। गर्मी में मनुष्य के साथ-साथ सभी प्राणियों को पानी की आवश्यकता होती है। इस गर्मी में अगर सबसे ज्यादा शामत किसी की आ रही है तो वे है बेजुबान पक्षी की और बेजुबान पक्षियों की रक्षा हमारा कर्तव्य, धर्म है। सबसे बड़ी चुनौती पक्षियों को गर्मी के मौसम में पीने के पानी की होती है।इन मासूमों को पीने को पानी ही नसीब नहीं हो रहा है और इसकी जिम्मेदारी किसी सरकार की नहीं हमारी खुद की है, पक्षियों की पुकार को सुनें और इनके लिए जलपात्र घर की छतों पर रखें ताकि ये प्यासे न मरें। इनका संरक्षण करना हमारे ही हित में है। इन पक्षियों के सुरक्षित जीवन के लिए जल का प्रबंध जरूर करें। इनके द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की काफी सराहना की जा रही है लोगो को जागरूक करने हेतु उनके द्वारा लगातार सभी से अपील किया जा रहा है की पात्र में जल भरकर घर की छत या बालकनी में रखें ताकि पक्षी अपनी प्यास बुझा सकें। गर्मी में प्यास से सैंकड़ों पक्षियों की मौत हो जाती है या उन्हें काफी भटकना पड़ता है। परिंदों की इस तडफ़ को रोका जा सकता है महज एक जलपात्र और दाना पात्र रखकर।