कंपनियों के फर्जी वेबसाइट बनाकर 18 माह में किया 5 करोड़ की ठगी, पिता-पुत्र गिरफ्तार
GoDaddy वेब होस्टिंग साईट का उपयोग कर 250 से ज्यादा कंपनियों का बनाया था फेक वेब
भिलाई। KFC की फ्रेंचायजी दिलाने के नाम पर ऑनलाईन ठगी के मामले का पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने खुलासा किया । प्रार्थी को केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने का झांसा देकर करीब 9.50 लाख रूपये ठग लिए थे। GoDaddy वेब होस्टिंग साईट का उपयोग कर 250 से ज्यादा कंपनियों का फेक वेब पेज बनाया गया था। आरोपियों के द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा भारत के 17 प्रांत के लोगों के साथ धोखाधड़ी की घटना की गई है। सायबर ठगी के दो आरोपी पिता-पुत्र को किया गया नवादा बिहार से गिरफ्तार। फरार आरोपी एवं अन्य सहयोगियों की पतासाजी कर जारी है गिरफ्तारी के प्रयास। एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट व थाना सुपेला ने संयुक्त कार्यवाही कर रामप्रवेश प्रसाद पिता प्रसाद उम्र 48 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवादा बिहार और सूरज कुमार प्रसाद पिता रामप्रवेश प्रसाद पिता उम्र 24 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवादा बिहार को पकड़ा है।
सायबर ठगों से 16 नग विभिन्न कंपनियों के कीपेड एवं एंड्रायड मोबाईल फोन, 01 नग टैबलेट, 01 नग लैपटॉप, 03 नग एटीएम, 01 पेन कार्ड, आधार कार्ड, 05 बैंक खातों की जमा पर्ची, वेबसाईटों के एडमिन पेज ऐड्रेस एवं नगदी रकम 4,67,150 रूपये बरामद किया गया है।
दिनांक 09.01.2023 को प्रार्थी राजेश कुमार तिवारी निवासी डेजी / 424 बी ब्लॉक तालपुरी भिलाई के द्वारा लिखित शिकायत आवेदन पत्र थाना सुपेता उपस्थित होकर दिया गया कि अभिषेक मित्तल एवं राहुल कपूर नाम के व्यक्तियों के द्वारा केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने के नाम पर https://www.kfefranchies.in/kfe-franchies- application.php.html वेबसाईट में आवेदन करने पर एक ईमेल info.kfcfranchies.in & info.kfcfranchies.co.in के माध्यम से पत्राचार करने पर विभिन्न मोबाईल नम्बरों से अलग-अलग समय बातचीत कर केएफसी की फ्रेंचायजी दिलाने का झांसा देकर केनरा बैंक के एक एकाउण्ट में दो बार में कुल 9,30,500 रूपये जमा करवाकर केएफसी की फ्रेंचायजी नहीं दिलाया गया। उक्त मोबाईल नम्बर एवं खाता धारक अभिषेक मित्तल एवं राहुल कपूर नाम के व्यक्तियों के द्वारा धोखाधड़ी किया गया कि रिपोर्ट पर थाना सुपेला में अपराध क्रमांक 28/2023 धारा 420, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त ऑन लाईन धोखाधड़ी की घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (मापसे) के द्वारा आरोपियों की पहचान सुनिश्चित कर शीघ्र गिरफ्तारी करने के निर्देश प्राप्त हुए। जिसके परिपाल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रापुसे), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) प्रभात कुमार (मापसे) के मार्गदर्शन में एण्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा एवं थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर कार्यवाही हेतु लगाया गया।
टीम द्वारा प्रार्थी राजेश कुमार तिवारी से संपर्क कर घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-मेल आईडी बैंक एकाउण्ट, वेबसाईट के संबंध में जानकारी प्राप्त कर संबंधित मोबाईल सर्विस प्रोवाइडर, बैंक, वेबसाईट होस्टिंग नोडल एवं गुगल नोडल से तकनीकी आधार पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की गयी। प्राप्त जानकारी से घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बरों की उपस्थिति नवादा बिहार के आस-पास होना पता चला, घटना में प्रयुक्त बैंक खाता का पता पटना बिहार का होना पता चला जिसके आधार पर एक विशेष टीम नवादा बिहार के लिये रवाना किया गया। टीम द्वारा नवादा बिहार पहुंचकर तकनीकी एवं मानवीय आधार पर उक्त मोबाईल नम्बर के धारकों के पतासाजी के प्रयास किये गये। तकरीबन 10 दिनों के अथक प्रयासों से आरोपियों की पहचान ग्राम भवानी बीघा नवादा निवासी रामप्रवेश प्रसाद एवं उसके दो पुत्र सूरज कुमार एवं सुभाष कुमार के रूप में सुनिश्चित की गयी एवं तकनीकी व स्थानीय संपर्कों के माध्यम से आरोपियों के निजी मोबाईल नम्बर प्राप्त कर तकनीकी आधार पर निगरानी रखी गयी। आरोपी अपने गांव से बाहर बहुत कम आते थे एवं घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर को गांव में ही छोड़कर गांव से बाहर आते थे। स्थानीय माध्यमों से पता करने पर उक्त भवानी बंधा नाम का गांव सायबर टंगी का प्रमुख स्थान होना पता चला साथ ही साथ घटना से संबंधित मोबाईल नम्बर बैंक खाते आदि गांव के बाहर खेत खलियानों में छीपाकर रखे जाने की जानकारी प्राप्त हुयी। जिसके आधार पर टीम के सदस्यों के द्वारा अपनी पहचान छुपाते हुए सब्जीवाला, फेरीवाला व चाय दुकान वाला बनकर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु रेकी की जाती रही। तत्पश्चात् पूर्ण रूप आरोपियों की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपियों के ठिकानों पर योजनाबद्ध तरीके से तीन अलग-अलग टीमों में विभाजित होकर दबिश दी गयी। जिसमें आरोपी रामप्रवेश प्रसाद को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुयी। इसी दौरान सायबर ठगी का मुख्य अड्डा होने के कारण अत्यधिक सर्तक रहने से आरोपी सूरज कुमार एवं सुभाष कुमार पुलिस की भनक पाकर भाग गये। आरोपी रामप्रवेश प्रसाद से ऑन लाईन ठगी की घटनाओं में प्रयुक्त 13 नग विभिन्न कंपनियों के की-पेड एवं एड्राईड मोबाईल फोन, 01 टैब एवं 01 लैपटॉप, 03 नग विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, 01 नग पेन कार्ड, आरोपी सूरज का आधार कार्ड, 05 नग बैंक खातों में जमा की पर्ची, 01 पर्ची जिसमें केएफसी से संबंधित 11 एडमिन पेज एड्रेस एवं नगदी 4,59,700 रूपये बरामद कर जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर स्थानीय न्यायालय पेश कर ट्रांजिट रिमांड हासिल किया गया।
टीम द्वारा 10 दिनों तक रेकी करने से आरोपियों के आने जाने के सभी संभावित ठिकानों के बारे में जानकारी पहले से पता थी जिसके आधार पर फरार आरोपी सूरज कुमार का उसके संभावित सभी ठिकानों में एक टीम के द्वारा निगाह रखी गयी इसी दौरान आरोपी सूरज कुमार की उपस्थिति संधू गांव में होना पता चला जिससे टीम लगातार आरोपी के पीछे लगी रही आरोपी लगातार मोटर सायकल में अपना स्थान परिवर्तित करते हुये एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहा था लगातार पीछा करते अंततः बलवापर वारसलीगंज में घेराबंदी कर आरोपी सूरज कुमार को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुवी आरोपी सूरज के कब्जे से 03 नग विभिन्न कंपनियों के की-पेड़ एवं एंड्रायड मोबाईल फोन एवं नगदी रकम 7.450 रूपये बरामद कर जप्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमार्ड हासिल किया गया। एक अन्य फरार आरोपी सुभाष कुमार की पतासाजी की जा रही है। अग्रिम कार्यवाही थाना सुपेला से की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों रामप्रवेश प्रसाद एवं सूरज कुमार से पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर इनके द्वारा बताया गया कि सबसे पहले इनके द्वारा प्रसिद्ध कंपनियों जैसे कि इंडिन ऑईल, जौकि, क्वीक कार फाइनेन्स, वॉव मोमो, मैक्डोलाल्डस, डेमेनोस, केएफसी, हल्दीराम, पतांजली, चाय सूट्टा बार, अपोलो टायर, ओकिनावा, बजाज, किया मोटर्स, एमजी हेक्टर, जेकेटावर, एथर बाईक डिलर, पवन हंस, हीरो इलेक्ट्रीक, ऐमो, वेबसाईटी को चिन्हित किया जाता था। आरोपियों के द्वारा तकरीबन 250 वेबसाईट बनाया गया है। उसके बाद HTTrack Website टूल्स से वेबसाईटों के पेज जो कि html php, WordPress पर बने होते है कॉपी कर लेते थे। इसके पश्चात् Godaddy. Hostinger, Hosigator, bluchost, A2Hosting Namecheap, Networksolution. Bigrock, Cloudflare से 01 वर्ष के लिए डोमेन खरीदते थे। जिसमें कॉपी किये गये वेब पेज को एडिट एवं कौंधी कर अपना मोबाईल नम्बर एवं अन्य डिटेल अपलोड कर देता था। जो कि गूगल के पेज पर लोगो द्वारा सर्च किये जाने से प्रदर्शित होती थी। जिससे फ्रेंचायजी के लिए लोगों के द्वारा ऑन लाईन वेबसाईट पर जाकर सर्च एवं कॉन्टेक्ट करने पर सीधे इनसे संपर्क हो जाता था। जिसे मेल एवं चैटिंग के माध्यम से झांसा देकर लोगों से अपने द्वारा उपलब्ध कराये गये बैंक खातों में अलग-अलग प्रोसेस के नाम पर रकम जमा कराकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया जाता था।
दुर्ग पुलिस के द्वारा आरोपियों से प्राप्त मोबाईल एवं दस्तावेज के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर भारत के 17 प्रांत के लोगों से संपर्क किया गया। जिनके साथ इनके द्वारा धोखाधड़ी किया गया है। जो कि अब अपने अपने संबंधित थानों से संपर्क कर एफआईआर दर्ज करा रहे है और जिन प्रकरणों में एफआईआर दर्ज है वे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अपनी पुलिस से संपर्क कर रहे है। जिससे लगातार दुर्ग पुलिस को भी आरोपियों के संबंध में जानकारी हेतु फोन कॉल आ रहे है।
उक्त कार्यवाही में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर.संतोष मिश्रा चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक पंकज चतुर्वेदी, जुगनू सिंह, अभय सिंह, जावेद हुसैन, विजय शुक्ला, निखिल साहू, आरती सिंह, दिनेश सिंह, विक्रांत यदु, थाना सुपेला से उनि तेजराम कंवर, आरक्षक अभय सिंह एवं नगर पुलिस अधीक्षक (छावनी) सिविल टीम से आरक्षक विवेक पोद्दार, रत्नेश शुक्ला थाना पुरानी भिलाई से सउनि गोरखनाथ चौधरी, प्र. आर.सुभाष जाटव, थाना भिलाई भट्टी से प्र. आर. पुरूषोत्तन साहू आरक्षक हिरेश साहू का सराहनीय योगदान रहा।
गिरफ्तार आरोपीगण :-
1. रामप्रवेश प्रसाद पिता प्रसाद उम्र 48 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवादा बिहार 2. सूरज कुमार प्रसाद पिता रामप्रवेश प्रसाद पिता उम्र 24 साल निवासी भवानी बीघा अपसर वारसलिगंज नवादा बिहार