भारत माला प्रोजेक्ट में आ रहे भूस्वामियों ने अपने हक की मांग को लेकर किए धरना प्रदर्शन, ज्ञापन सौंप दी उग्र आंदोलन की चतावनी
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत जमीनों का अधिग्रहण भी किया जा रहा है और जमीनों के भूस्वामियों को उचित मुआवजा नहीं मिला है। भूस्वामियों द्वारा विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारियों को अपनी व्यथा सुनाने के बाद भी उचित न्याय नहीं मिल पाया। आक्रोशित भू स्वामियो ने दुर्ग के डीओ ऑफिस के पास धरना प्रदर्शन कर न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान पर प्रमुख रूप से शिव चंद्राकर, महेंद्र चोपड़ा, अखिलेश साहू, रोहित साहू, दुर्गेश निर्मलकर, नवीन देवांगन, पितांबर साहू, धर्मेंण ताम्रकार ,एसके राय, दिलीप यादव उपस्थित रहे। धरना प्रदर्शन के बाद उपस्थित भूमि मालिकों के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया।
भुस्वामियो के द्वारा अपने बयान में कहा गया कि आज हम अत्यधिक दुखी और व्यथित मन से इस धरना में बैठे हैं। भारत माला सड़क परियोजना के निर्माण में अर्जित भूमि का मुआवजा पिछले 7 वर्षों से लंबीत है। हम सभी भू स्वामी लगातार पत्रों के माध्यम से समाचार पत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष रूप से मिलकर कलेक्टर , जनप्रतिनिधियो से अपने मांग को लगातार विनम्रता पूर्वक अनुरोध करते हुए अपनी अर्जित भूमि का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।
भूस्वामियों के द्वारा आगे कहा गया कि जिले के सांसद एवं विधायक के द्वारा भी मौखिक एवं पत्र व्यवहार के माध्यम से कलेक्टर से भूमि मुआवजा देने हेतु कहा गया परंतु हम भूमि स्वामी आश्चर्य चकित है कि जिला प्रशासन ने भूमि मुआवजा देने हेतु हमें कोई सकारात्मक उत्तर नहीं दिया बल्कि हमारे साथ अन्याय करने हेतु आपके द्वारा ऐसा निर्णय लिया गया कि जिसके चलते हमें अपूर्णिय क्षति होगी। 500 वर्ग मीटर से कम भूमि का मुआवजा वर्ग फीट की दर से दिया जाना नियम में उल्लेखित है, किंतु भूमिका मुआवजा अवार्ड प्रकरण हेक्टर की दर से बना कर भारतमाला परियोजना कार्यालय को भेजा है। हमारे साथ इस तरह से वह भी अन्याय के विरोध में न्याय पाने के लिए हमें न्यायालयों के दरवाजे खटखटाना होगा जिससे हमारी कई पीढ़ियां खप जाएगी |
आगे कहा गया कि हम यह भी उल्लेखित करना उचित समझते हैं की भूमि अर्जन के प्रकरण की नकल प्राप्त करने हेतु अन्य विभाग की अधिकारी हरिवंश मीरी एवं पहिद बाबू से संपर्क करने पर उनके द्वारा मौखिक कहा कि प्रकरण की नकल हम नहीं देंगे। उनके इस कथन से हमारा संदेह और बढ़ जाता है कि हम भूमि स्वामी के साथ कहीं ना कहीं कोई अन्याय हुआ है। नकल न देने का समाचार पत्रों में पूर्व में समाचार प्रकाशित हो चुका है।
भारतमाला परियोजना के अधिकारी से हमने प्रत्यक्ष मिलकर अपनी पीड़ा की जानकारी दी। उन्होंने यह सुझाव दिया कि जिला कलेक्टर अवार्ड प्रकरण को पुन समीक्षा के लिए मंगवाकर सही आकलन कर हमें भेज दें तो हम भूमि स्वामी को नियमन अनुसार मुआवजा राशि देने के लिए हम तैयार एवं तत्पर है। परियोजना अधिकारी के ध्यान में यह भी है की भूमि स्वामी के अर्जित भूमि का सर्वे करने पर राजस्व अधिकारी तहसीलदार राजस्व निरीक्षक पटवारी की टीम ने अर्जित भूमिका रकबा 500 वर्ग मीटर से कम बताया है और इसके संबंध में प्रमाणित दस्तावेज उनके कार्यालय और वह जिला प्रशासन कार्यालय में उपलब्ध है। आज हम सब भूमि स्वामी अपनी पीड़ा को लेकर सह परिवार धरना प्रदर्शन करने के पश्चात माननीय कलेक्टर महोदया को अपना ज्ञापन सौंपा हैं और अनुरोध करते हैं कि जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में अवार्ड प्रकरण में की गई त्रुटि को सुधार कर अपने मन बड़ा कर प्रकरण की समीक्षा कर आवश्यक संशोधन के साथ भारतमाला परियोजना कार्यालय को भेजें और हमारे अवार्ड प्रकरण की संपूर्ण नस्ती की नकल हमें प्रदान करें। हमारे द्वारा प्रकरण नकल नस्ती मांग आवेदन नकल शाखा में अनुविभागीय अधिकारी के पास लंबित पड़ा है
इस अवसर पर चंद्रकांत साहू, ममता यादव, याकेश्वरी, महेश चंद्राकर, प्रियंका निर्मलकर, पुष्पा, सरवन साहू, गायत्री ठाकुर, विक्रम दास, शशि कला वर्मा, रुक्मणी देवांगन, केकती बाई, कुसुम लता साहू, एनसी चोपड़ा, रोशनी ताम्रकार, देवरा सिंह, जागेश्वर पटेल, बालमुकुंद बागडे, एनिमा मिंज किरण अक्का जीवन प्रकाश राम आनंद कुजूर राम सिंह ठाकुर ईश्वरी लाल खंडसु अरुण कुमार भुया अन्नपूर्णा देवी कुर्रे सुनीता देवी सुनीता सुर उर्मिला यादव रीता रानी राय सुलक्षणा कोसरे प्रमोद रात्रे शोभा शर्मा कृष्ण कुमार वर्मा प्रमोद कुमार लक्ष्मी नारायण साहू अब्दुल मोबिन संजीत कुमार रमेश कुमार अग्रवाल निर्मला गोयनका मनीष गोयंका प्रदीप गजपाल नीलकंठ साहू खेमा साहू सहित बड़ी संख्या में भू स्वामी और उनके परिवारजन उपस्थित थे।