'अभिव्यक्ति की उड़ान' रंगारंग आयोजन में दिव्यांग बच्चों ने दिखायी प्रतिभा

दिव्यांग बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

'अभिव्यक्ति की उड़ान' रंगारंग आयोजन में दिव्यांग बच्चों ने दिखायी प्रतिभा

भिलाई। जीई फाउंडेशन द्वारा दिव्यांग बच्चों के प्रतिभाओं को मंच देने हेतु भिलाई नायर समाजम स्कूल, सेक्टर-08 के सभागार में  “अभिव्यक्ति की उड़ान” कार्यक्रम का रंगारंग आयोजन किया गया। जिसमें दिव्यांगजनों के 08 स्कूलों ने अपनी प्रतिभागिता दी। दिव्यांगजनों के इस महती सांस्कृतिक कार्यक्रम को आशीर्वाद देने हेतु सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता तथा दुर्ग जिले के एसपी आईपीएस डाॅ अभिषेक पल्लव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यपालक निदेशक (खदान), तपन सूत्रधार, इनकम टैक्स के डिप्टी कमिश्नर राजेश पाली तथा सेफी चेयरमेन तथा बीएसपी ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री एन के बंछोर विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त भिलाई महिला समाज की अध्यक्ष श्रीमती त्रिपर्णा दासगुप्ता, अतिरिक्त उपाध्यक्ष श्रीमती मैत्रेयी सूत्रधार, आयकर अधिकारी श्रीमती उषा शैलेष तथा श्रीमती श्वेता पाली विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही जीई फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्ले, भिलाई नायर समाज के अध्यक्ष ई के एस नायर एवं उपाध्यक्ष शैलेष कुमार व सुभाष चन्द्र, हितवाद के संपादक ई वी मुरली, पार्षद वशिष्ट नारायण मिश्रा विशेष रूप से मौजूद रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता तथा अन्य उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर कुमारी हर्षिता व कुमारी वैष्णवी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। स्वागत उद्बोधन जीई फाउंडेशन की सक्रिय सदस्य तथा बीआईटी दुर्ग की प्रोफेसर डॉ ज्योति पिल्ले ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समन्वय एवं संचालन वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवान नायक ने किया।

इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्कूल में शामिल है दिव्यज्योति स्कूल, मुस्कान स्कूल भिलाई, स्नेह संपदा स्कूल, प्रगति स्कूल, ब्राइट स्कूल, मानवता स्कूल, सार्थक कदम स्कूल, भिलाई, सार्थक स्कूल धमतरी। इन स्कूलों के दिव्यांग बच्चों ने 20 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों व अतिथियों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों ने छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी की प्रस्तुति से धूम मचाया। इसके अतिरिक्त हर हर शंभू के गीत पर प्रस्तुत नृत्य ने दर्शकों को ताली बजाने के लिए मजबूर कर दिया। श्रीगणेश वंदना तथा जवारा गीत पर प्रस्तुत नृत्य ने अतिथियों का मन मोह लिया। इसके अतिरिक्त बच्चों के एकल गायन तथा व्हील चेयर पर बैठकर दी गई नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिव्यांगजनों के प्रतिभा को देखकर अतिथिगण व दर्शक अचम्भित रह गये।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित  संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने दिव्यांग बच्चों की प्रस्तुति की दिल खोलकर तारीफ करते हुए कहा कि जीई फाउंडेशन का यह प्रयास निश्चित ही इन दिव्यांग बच्चों के प्रतिभा को नई दिशा देने में सफल हुआ है। मैं इन बच्चों के बेहतर भविष्य की कामना करता हूँ। मैं इनके प्रतिभा का कायल हो गया। इन्हें प्रशिक्षित व शिक्षित करने वाले शिक्षकों को मैं विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं कि आप के परिश्रम के फलस्वरूप ही ये बच्चे अपनी प्रतिभा दिखाने में कामयाब हो सके।

इसी क्रम में जिले के एसपी डाॅ अभिषेक पल्लव ने आशीर्वचन देते हुए अपने अनुभव करते हुए कहा कि इन दिव्यांग बच्चों के प्रति समाज को एक संवेदनशील रवैया अपनाना चाहिए। ये बच्चे बेहद भोले होते हैं हमें इन्हें जीवन में आगे बढ़ने के अवसर देने की जरूरत है। समाज में अगर हम सब मिलकर प्रयास करें तो ये बच्चें डिसेबल्ड से एबल्ड हो जायेंगे। जीई फाउंडेशन का यह प्रयास बेहद ही अनुकरणीय है। 

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने दिव्यांग बच्चों को प्रशस्ति पत्र व ट्राॅफी प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार सत्यवान नायक एवं आभार प्रदर्शन जीई फांउडेशन की सदस्य सुश्री स्वाति पंडवार ने किया।

इस कार्यक्रम का सफल बनाने में जीई फाउंडेशन के सदस्य सर्वश्री प्रदीप पिल्ले, मनीष टावरी, संजय मिश्रा, के विनोद, रावेश गुप्ता, सूर्या, बिजू वर्गिस, विजय घोष, पी रवि, प्रकाश देशमुख, श्रेयस कुमार, श्रीमती मृदुला शुक्ला, सुभगा सुरेश, अनुपमा मेश्राम, डाॅ ज्योति पिल्ले, डाॅ हेमा कुलकर्णी, डाॅ विनीता जाॅर्ज, डाॅ ज्योति बख्शी, स्वाति पंडवार, स्वाति बारीक, कोमल खोते, शिल्पा राठौर तथा बीआईटी एवं सेंट थाॅमस काॅलेज के छात्र-छात्राओं ने विशेष योगदान दिया।