इस चाय वाले ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर की 100 करोड़ की ठगी, 400 को लगाया चुना

इस चाय वाले ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर की 100 करोड़ की ठगी, 400 को लगाया चुना

रायपुर। रायपुर में चाय बेचने वाले भूनेश्वर साहू ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 400 से अधिक लोगों से करीब 100 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। मंदिर हसौद क्षेत्र का मामला है। पुलिस ने इस ठगी के मास्टरमाइंड भुवनेश्वर साहू को उसके साथी मनोहर साहू के साथ गिरफ्तार कर लिया है। 

मामले का खुलासा तब हुआ जब मंदिर हसौद निवासी कुबेर वर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। कुबेर ने बताया कि भुवनेश्वर ने उसे शेयर बाजार में मुनाफा दिलाने का वादा किया था और इस वादे पर भरोसा कर उसने 7 लाख रुपये भुवनेश्वर के बताए बैंक खातों में जमा कर दिए। कुछ समय बाद जब कुबेर ने मुनाफे के बारे में पूछताछ की, तो भुवनेश्वर का फोन बंद मिला और वह गायब हो गया। इसके बाद कुबेर को ठगी का अहसास हुआ और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस के अनुसार भुवनेश्वर साहू ने खुद को शेयर बाजार का बड़ा खिलाड़ी बताते हुए सैकड़ों लोगों को यह भरोसा दिलाया कि अगर वे उसके जरिए शेयर ट्रेडिंग में निवेश करेंगे तो उन्हें दोगुना मुनाफा मिलेगा। शुरुआत में उसने छोटे-छोटे मुनाफे देकर लोगों का विश्वास जीत लिया और धीरे-धीरे उनसे लाखों रुपये का निवेश करवा लिया। उसके इसी झांसे में आकर 400 से अधिक लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई गंवा दी।शिकायत मिलते ही पुलिस ने ठगी के मामले की जांच शुरू की और पाया कि भुवनेश्वर साहू और उसके साथी मनोहर साहू ने मिलकर लगभग 400 लोगों से ठगी की है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि भुवनेश्वर का नाम आरंग थाने में भी दर्ज है, जहां उसके खिलाफ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। धमतरी में भुवनेश्वर साहू की लोकेशन मिलने के बाद पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने आरोपी भुवनेश्वर और उसके साथी मनोहर साहू के बैंक खातों को होल्ड कर दिया है और ठगी से खरीदी गई करोड़ों की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ठगी से जुटाई गई रकम का एक बड़ा हिस्सा डीमैट खाते में निवेश किया गया था, लेकिन वह भी डूब चुका है।पूछताछ में भुवनेश्वर ने खुलासा किया कि उसने और उसके साथियों ने 400 से ज्यादा लोगों को शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगा है। इस ठगी के जरिए उन्होंने करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति इकट्ठा की है।