तंन्त्रिक क्रिया के जरिए नोटों की बारिश बनी युवती की मौत की वजह
बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल में छत्तीसगढ़ की एक युवती की हुई हत्या का खुलासा सारनी पुलिस ने कर दिया है। साथ ही आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। तंन्त्रिक क्रिया के जरिए नोटों की बारिश युवती की मौत की वजह बनी। आरोपी ने युवती को धन वर्षा कराने का झांसा जंगल ले गया, जहां उसने युवती की हत्या कर दी थी और फरार हो गया। एसडीओपी रोशन जैन ने बताया कि रावनदेव के जंगल में एक युवती की सड़ी-गली लाश मिली थी। शव की शिनाख्त छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा निवासी इमला मलहार के रूप में की गई। जांच में पता चला कि तंन्त्रिक क्रिया से धन वर्षा कराने का झांसा देकर कन्हैया मोहबे ने इमला को जंगल ले गया। जहां दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। कन्हैया ने इमला को पहले डंडे और पत्थरों से मारा, फिर चुनरी से गला घोंट दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग गया था। आरोपी कन्हैया के निशानदेही पर पुलिस ने मृतका इमला मलहार के कपड़े, मेकअप का सामान, फोटो और पर्स बरामद किए हैं। आरोपी ने हत्या का जुर्म तो कबूल कर लिया है पर रेप करने से इनकार कर रहा है, जबकि निर्वस्त्र शव मिलने से रेप व हत्या से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि इस बात की पुष्टि पीएम रिपोर्ट में होगी। इमता छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा की रहने वाली थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इमला एक लाख रुपए की डिमांड कर रही थी। जिससे आक्रोश में आकर मैंने इमला को डंडे, पत्थर से मारा, फिर चुनरी से गला दबाकर हत्या कर दी। मर्डर करने के बाद कन्हैया रावनदेव से बगडोना के रास्ते जंगल-जंगल घर आया। इससे पहले चार अलग अलग नदी, नालों में मृतका के कपड़े, पर्स, मेकअप का सामान फेंका फिर एमजीएम के पीछे तालाब में नहाया और खून से सने कपड़े तालाब में फेंक दिए। आरोपी ने बताया टीशर्ट खून से सनी हुई थी। इसीलिए पत्थर बांधकर फेंक दी। जबकि पेंट, जूते और अंडरवियर को तालाब में ऐसे ही फेंक दी। जिसे भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। आरोपी ने बताया इमला के पर्स में 100 रुपए थे। जिसे मैंने खर्च कर लिए। जबकि मोबाइल को तालाब में दूर फेंक दिया। कन्हैया मोहबे ने बताया कि इमला मलहार के संपर्क में 20 से 25 दिनों से था। 24 अगस्त को 1 लाख रुपए की डिमांड करने लगी। तब उसका मर्डर कर दिया। इमला की हत्या करने के बाद अफसोस जरूर हुआ। लेकिन दोबारा मैं उसे देखने जंगल में नहीं गया।