ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में दुर्ग की महिलाएं आगे

रायपुर में ट्रैफिक रूल तोड़ने के लिए महिलाओं पर हर माह 10 लाख से ज्यादा जुर्माना

ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में दुर्ग की महिलाएं आगे

रायपुर। प्रदेश में पिछले पांच साल में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ी है। 2017 से 2022 के बीच 1.98 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं, फिर भी इस मामले में महिलाओं की संख्या पुरुषों से बमुश्किल 10 फीसदी ही है। पांच साल में पुरुषों को 20.48 लाख से ज्यादा ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं। प्रदेश के बड़े शहरों में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाओ की संख्या राजधानी रायपुर से ज्यादा है, लेकिन परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार दुर्ग की महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में तकरीबन शत-प्रतिशत (99.59 फीसदी) पास हो रही हैं।

परिवहन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक रायपुर में पिछले पांच साल में 38 हजार से ज्यादा महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं और अधिकांश लाइट व्हीकल (हल्के वाहन) के लिए हैं। दुर्ग में यह संख्या 41 हजार से ज्यादा है। पुरुषों के ड्राइविंग लाइसेंस के मामले में रायपुर प्रदेश में सबसे आगे है। यहां 2.27 लाख से अधिक पुरुषों ने लाइसेंस बनवाए हैं।

आरटीओ के आंकड़ों के अनुसार, ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए जो परीक्षा ली जा रही है, उसमें भी दुर्ग की महिलाओं का प्रदर्शन पूरे प्रदेश में सबसे बेहतर है। दुर्ग में टेस्ट देने वाली 41 हजार से अधिक महिलाओं में से 99.59 प्रतिशत महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट पास किया है। ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा में गैरहाजिरी के मामले में भी दुर्ग के आंकड़े सबसे कम हैं।

वहां पांच साल में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले 2.61 लाख लोगों में से केवल 8 लोग ही परीक्षा देने आरटीओ दफ्तर नहीं गए। वहीं रायपुर की बात करें तो इस दौरान यहां लाइसेंस के लिए आवेदन देने वाले 2.70 लाख से अधिक लोगों में से 481 गैरहाजिर रहे।

दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर के बाद कोरबा
दुर्ग और रायपुर के बाद प्रदेश में बिलासपुर में बीते पांच साल में 20 हजार से अधिक, कोरबा में 12 हजार से ज्यादा महिलाओं ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं। रायगढ़, अंबिकापुर और राजनांदगांव जिलों में भी इस अवधि में 8-8 हजार से ज्यादा महिलाओं के लाइसेंस जारी किए गए हैं। बस्तर संभाग के नक्सल पीड़ित इलाकों में डीएल बनवाने में महिलाओं की संख्या पूरे प्रदेश में सबसे कम है। सुकमा में सबसे कम 693 और बीजापुर में 700 महिलाओं ने ही लाइसेंस बनवाए हैं। पड़ताल में सामने आया कि प्रदेश में केवल चार जिलों दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ में ही महिलाओं के डीएल की संख्या 10 हजार के पार हुई है।

5 साल में प्रदेश में 20.48 लाख पुरुषों और 1.98 लाख महिलाओं ने बनवाए लाइसेंस

पांच साल में प्रदेश में महिलाओं को लाइसेंस - 1,98,921 पांच साल में प्रदेश में पुरुषों को लाइसेंस - 20,48,611

लाइसेंस में टाॅप-5 जिले
दुर्ग - 41,408
रायपुर - 38,477
बिलासपुर - 20,888
कोरबा - 12,699
राजनांदगांव - 8000

5 साल में पुरुष लाइसेंस
रायपुर - 2.27 लाख
दुर्ग - 2.20 लाख
बिलासपुर - 1.51 लाख
राजनांदगांव - 1.37 लाख
कोरबा - 1.28 लाख