सरकारी अस्पताल में मिली महिला डॉक्टर की अर्धनग्न लाश, गुप्तांग समेत शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान, गले की हड्डी भी टूटी
कोलकाता। सरकारी आरजी कर मेडिकल कालेज अस्पताल के सेमिनार हाल से शुक्रवार सुबह एक जूनियर महिला डॉक्टर का अर्धनग्न शव बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गले के बाईं ओर की एक हड्डी टूटी होने और गुप्तांग समेत शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान पाए जाने की बात कही गई है।
मृतका गुरुवार को अस्पताल के आपातकालीन विभाग की इमारत में नाइट ड्यूटी पर थी। रात दो बजे ड्यूटी खत्म होने के बाद उसने डिनर किया और उसके बाद थोड़ा आराम करने के लिए चौथे तल्ले पर स्थित सेमिनार हाल में गई थी। वहीं से सुबह नीले रंग की चादर से ढंका उसका शव बरामद हुआ।अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए 11 सदस्यीय कमेटी गठित की है।
कोलकाता पुलिस ने संजय राय नाम के एक बाहरी शख्स को कल रात गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ जारी है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बारे में लिखा गया पत्र। उन्होंने कहा है कि अगर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो वे सेवाएं बंद करने सहित कार्रवाई को आगे बढ़ाएंगे।
वहीं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुरली धर ने कहा, "हमने धारा 103 (1) और 64, बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) 2023 के तहत मामला दर्ज किया है। यह हत्या के साथ-साथ यौन उत्पीड़न का मामला है। हमारी जांच पारदर्शी तरीके से सही दिशा में चल रही है।
पुलिस के मुताबिक घटनास्थल सेमिनार हाल से एक टूटा हुआ हेडफोन पाया गया है और पुलिस को संदेह है कि यह संजय राय का ही है। इसके अलावा अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में भी संजय की तस्वीरें कैद हुई हैं, जिससे पता चला है कि संजय का अस्पताल में हमेशा आना-जाना लगा रहता था।मृतका पोस्ट ग्रेजुएट की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और अस्पताल के चेस्ट मेडिसीन डिपार्टमेंट में कार्यरत थी।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गले के बाईं ओर की एक हड्डी टूटी होने और गुप्तांग समेत शरीर में कई जगहों पर चोट के निशान पाए जाने की बात कही गई है।
जूनियर महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में बरामद होने के बाद बवाल मच गया है. बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में सुबह से ही जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया. हर कोई युवा डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के लिए न्याय चाहता है. आंदोलनकारियों की मांग है कि इस घटना के दोषियों को तुरंत सजा दी जाये अन्यथा वे काम नहीं करेंगे.आरजी कर अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वह अस्पताल में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. सिर्फ आरजी कर अस्पताल ही नहीं पश्चिम बंगाल के कई अस्पतालों में हंगामा व प्रदर्शन जारी है.