12वीं गीतांश राष्ट्रीय नृत्य व संगीत प्रतियोगिता भिलाई में 31 अगस्त से

बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को निखारने हुडको में प्रतियोगिता आयोजित, देश के अलग-अलग राज्यों से शामिल होंगे प्रतिभागी

12वीं गीतांश राष्ट्रीय नृत्य व संगीत प्रतियोगिता भिलाई में 31 अगस्त से

भिलाई। 12वीं "गीतांश" अंतर विद्यालय एवं ओपन राष्ट्रीय नृत्य, संगीत (गायन एवं वाद्य) सहित ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन 31 अगस्त से हुडको में किया जा रहा है।
डायरेक्टर पीपी बिस्वास ने बताया कि बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को निखारने ये प्रतियोगिता आयोजित की गई है। पिछले 11 वर्षों से देश के अलग-अलग राज्यों में सफल आयोजन के बाद पहली बार छत्तीसगढ़ के भिलाई को भी आयोजन का मौका मिला है। प्रतियोगिता में शामिल होने देश के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिभागी भिलाई पहुचेंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने पंजीयन शुरू हो गया है।
गीतांश, भिलाई, छत्तीसगढ़ एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से एक स्वस्थ सांस्कृतिक समाज बनाने के लिए युवाओं को प्रेरित करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर काम कर रहा है। डायरेक्टर श्री बिस्वास ने बताया कि इस प्रतियोगिता से चयनित उम्मीदवारों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के महोत्सव में प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
प्ले ग्रुप में 3 से 6 साल, सब जूनियन ग्रुप में 7 से 10 साल, जूनियर ग्रुप में 11 से 16 साल, सीनियर ग्रुप में 17 से 21 साल, यूथ ग्रुप में 22 से 25 साल और ओपन एज कैटेगरी में 25 साल आयु वर्ग के प्रतिभागी भाग ले सकते हैं।

  • इन कलाओं में प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
    नृत्य - भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी, ओडिसी, रवीन्द्र नाट्यम, आधुनिक सहित सभी प्रकार के क्षेत्रीय लोक नृत्य।
  • गायन - भारतीय, कर्नाटक, सभी प्रकार के क्षेत्रीय लोकगीत, गीत, ग़ज़ल, भजन, बॉलीवुड के गीत, देश भक्ति गीत और समूह गान
  • इंस्ट्रुमेंटल - बांसुरी, माउथ ऑर्गन ट्रम्पेट, सैक्सोफोन, हारमोनियम, सिंथेसाइज़र, सितार, गिटार, सरोद, वीणा आदि। ताल (तबला, पखावज आदि।) बांसुरी, माउथ ऑर्गन ट्रम्पेट, सैक्सोफोन, हारमोनियम, सिंथेसाइज़र, सितार, गिटार, सरोद, वीणा, ताल, ऑक्टोपैड और पश्चिमी वाद्य