तीन इनामी महिला नक्सलियों ने किया आत्मा समर्पण
BSF ने सक्रिय इनामी महिला माओवादी को समाज के मुख्यधारा से जोड़ा
भिलाई। बीएसएफ खुफिया विभाग के निरंतर कठिन प्रयास व कांकेर जिला पुलिस के साझाकोशिशों के बदौलत 03 सक्रिय माओवादी ने माओवादी संगठन को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में शामिल हुए। दिनाँक 24 जूलाई 2024 को सीमा सुरक्षा बल और कांकेर जिला पुलिस द्वारा नक्सलियो के विरूद्ध चलाये जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान, छत्तीसगढ शासन की पुनर्वास नीति, नक्सलियो की खोखली विचारधारा, शोषण, अत्याचार, एवं हिंसा से तंग आकर तथा सीमा सुरक्षा बल के फील्ड जी टीम (इंटेलिजेंस ब्राच) के अथक अनुकूल प्रयासों एवं सहयोगात्मक प्रेरणा से प्रोत्साहित होकर प्रतिबंधित तीनों महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
आनंद प्रताप सिंह (भापुसे) महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, फ्रंटियर हेडक्वाटर (स्पेशल ऑप्स) भिलाई तथा अजय अग्रवाल उप-महानिरीक्षक, जी ब्रांच (इंटेलिजेंस ब्राच) सीमा सुरक्षा बल, फ्रंटियर हेडक्वाटर (स्पेशल ऑप्स), भिलाई, के दिशानिर्देश एवं विपुल मोहन बाला, उप-महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, सेक्टर मुख्यालय दुर्ग, राघवेद्र सिंह, समादेष्टा, 94 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल, सुरेश पाण्डे द्वितीय कमांड अधिकरी जी ब्रांच (इंटेलिजेंस ब्राच) सीमा सुरक्षा बल फ्रंटियर हेडक्वाटर (स्पेशल ऑप्स) भिलाई, प्रशांत शुक्ला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पखांजूर, रवि कुजूर, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पखांजूर एवं अजीत सिंह बघेल, सहायक समादेष्टा, जी ब्रांच (इंटेलिजेंस ब्राच) सीमा सुरक्षा बल के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इस अवसर पर बी एस एफ और पुलिस के अन्य अधिकारी /कर्मचारीगण भी उपस्थित थे।
बीएसएफ, कांकेर जिले में अपनी तैनाती के पश्चात से ही निरंतर कठिन प्रयास और अपने मजबूत सूचना तंत्र के बल पर नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराकर समाज की मुख्य धारा में जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है जिसकी सभी क्षेत्रों में भरपूर प्रशंसा होती रही है।बीएसएफ के आईजी आनंद प्रताप सिंह (भापुसे), महानिरीक्षक ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए कार्यरत सभी कार्मिको को बधाई दिया।
आत्मसमर्पित नक्सली तीन महिला नक्सलियो का ब्यौरा
1. मोती पोयाम उर्फ यमला पिता मंगलू पोयाम उम्र 25 वर्ष लगभग, ग्राम बरदेला, थाना-जांगला, जिला- बीजापुर (छ.ग)। सीपीआई माओवादी संगठन अंतर्गत गढ़चिरोली डिवीजन के भामरागढ एरिया कमेटी के गट्टा एल.ओ. एस में एरिया कमेटी सदस्य (डिप्टी कमांडर) के रुप में कार्यरत थी जो नक्सली संगठन में 2015 से सक्रिय थी।
2. संचिला मंडावी पिता सोम्बारू मंडावी उम्र 21 वर्ष लगभग ग्राम- उसपर, थाना भैसमगढ, जिला - बीजापुर (छ.ग)। गढचिरोली डिवीजन अंतर्गत टेलर टीम सदस्य के रुप में कार्यरत थी जो नक्सली संगठन में 2020 से सक्रिय थी।
3. लखमी पददा पिता मंगलू पददा (काकनार एल ओ एस कमांडर), उम्र 20 वर्ष ग्राम- डोमांज, पोस्ट- कोहकामेटा, थाना-ओरछा, जिला- नारायणपुर (छ.ग)। जो नक्सली संगठन में 2019 में पार्टी सदस्य के रूप में सक्रिय थी।