भिलाई: राधिका नगर सुपेला में प्रस्तावित कांग्रेस भवन में नगर निगम की भूमिका सन्देहास्पद, अब नहीं बनेगा निगम कर्मियों का आवास और न ही खेल मैदान
न निगम कर्मियों के लिए आवास बन पाया न खेल मैदान, लोगों में आक्रोश
कांग्रेस भवन बनाने के चक्कर में निगम कर्मचारियों का आवास और खेल मैदन के लिए जारी राशि हो गई लेप्स
भिलाईनगर। 14 नवंबर को राधिका नगर में शिलान्यास होने वाले कांग्रेस कार्यालय (राजीव भवन) को लेकर एक बड़ी खबर प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि है जहां कांग्रेस भवन का उद्घाटन होने वाला है वहां कभी स्थानीय शासन द्वारा निगम कर्मचारियों के लिए आवास तथा खेल मैदान के लिए प्रस्तावित था। इस पर नगर निगम की भूमिका भी सन्देहास्पद है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिक निगम भिलाई की उपरोक्त जमीन योजना अंतर्गत है जिसमें पूर्व महापौर परिषद द्वारा निगम कर्मचारियों के लिए आवास हेतु प्रस्तावित था और दूसरी ओर स्लॉटर हाऊस के सामने की ओर खेल मैदान हेतू प्रस्तावित था। इसके लिए 51 लाख की राशि राज्य शहरी अभिकरण छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 2020 में सूडा पत्र क्रमांक 09/2020 / 2679 द्वारा स्वीकृति किया गया था। इसे नगर निगम द्वारा खेल मैदान न बनाकर काँग्रेस भवन के लिए जमीन आबंटन हेतु प्रस्ताव राजनीतिक दबाव में शासन को भेजा गया जिसके कारण राशि लैप्स कर दिया गया । युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष मदन सेन ने बताया कि सूचना अधिकार के तहत चाही गई जानकारी में नगर निगम भिलाई द्वारा कांग्रेस भवन से सम्बंधित मुल नस्ती (नोटशीट) नहीं होने की जानकारी दी गई जो सन्देहास्पद है। जबकि कभी भी स्थानीय संस्था के प्रस्ताव पर ही शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान किया जाता है।
हटाई गई साईं की प्रतिमा, स्थानीय लोगों में आक्रोश
ज्ञात हो कि नगर निगम द्वारा विगत माह कांग्रेस भवन हेतू 10 हजार वर्ग फीट नाप कर सुपेला थाना के बैक साइड में राधिका नगर स्थित रिक्त भूखंड पर तार फैंसिंग किया गया। तब साई प्रतिमा को पृथक किया गया था जो कांग्रेस भवन प्रस्तावित स्थल से काफी दूर था लेकिन साई प्रतिमा को हटाए जाना समझ से परे है। जबकि स्थानीय लोगों के मांग पर आस्था का केंद्र बनाए जाने के नाम पर श्री साईं की प्रतिमा स्थापित किया था जिसे निगम द्वारा तोड़ दिया गया। शनिवार को निगम का राजस्व अमला उक्त स्थल से श्री साईं की प्रतिमा बल पूर्वक जब्त कर स्थल से पूजा सामग्री को किनारे छोड़ कर चले गए इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। जहां एक ओर युवा वर्ग खेल मैदान को लेकर चिंचित है कि कहीं भवन बनने के बाद पार्किंग के लिए कब्जा तो नहीं हो जाएगा। मदन सेन ने कहा कि हम निगम के कार्य प्रणाली का विरोध कर रहे है जो जनहित में नहीं है। योजना के जमीन पर न ही कर्मचारियों के लिए आवास बना पाये और न ही युवाओ के लिए खेल का मैदान जो आज भी सन्देहास्पद है, अब कांग्रेस भवन बनाने की बात कही जा रही है।
अब न बनेंगे आवास और न ही खेल मैदान
भिलाई निगम के आयुक्त कुमार लाल चौहान के कार्यकाल में उक्त स्थल पर विधायक, कलेक्टर एवं पत्रकारों द्वारा पौधरोपण किया गया था, परंतु लगाये गये पौधे की देखरेख नहीं होने के कारण सुख गए और उजाड़ में तब्दील हो गया था। स्थानीय युवाओ द्वारा लगातार मेहनत कर कचड़े से भरे मैदान को समतल किया गया जिसमें क्रिकेट एवं बैडमिंटन खेल सहित सामाजिक कार्य सम्पन्न किया जाता रहा। कांगे्रस भवन बनने से न तो निगम कर्मचारियों का आवास बनेगा और न ही युवाओं के लिए खेल मैदान।