क्राइम डॉन के खबर का असर, अपराध दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
पीडि़तों ने क्राइम डॉन का जताया आभार, क्राइम डॉन से जुडऩे की अपील
दुर्ग जिले में वाहनों को किराये में लेकर बेचने एवं गिरवी रखने वाले गिरोह सक्रिय
भिलाई ( सुभांकर रॉय )। क्राइम डॉन के खबर का असर। जी हां अपराध मुक्त समाज की निर्माण की पहल क्राइम डॉन पीडि़तों के परेशानियों से अवगत होते हुए सर्वप्रथम समाचार प्रकाशित कर प्रशासन से अवगत कराया था। इस पर पुलिस प्रशासन ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी के तलाश में जुट गई है। वहीं विगत चार माह से कार्रवाई के दर-दर भटकने वाले युवाओं को जांच शुरू होने पर न्याय की उम्मीद जगी है। पीडि़तों ने अपराध मुक्त समाज के निर्माण की पहल क्राइम डॉन का आभार व्यक्त करते हुए इस चैनल से लोगों को जुडऩे की अपील की है।
वाहनों को किराये में लेकर बेचने एवं गिरवी रखने वाले गिरोह दुर्ग जिले में सक्रिय हैं। एक बहुत ही संगीन अपराध का मामला प्रकाश में आया है। एक व्यक्ति द्वारा दो वाहन एक माह के लिए किराये पर लिया जाता है। इस व्यक्ति ने न तो किराया दिया और न ही वाहन वापस किया। वाहन मालिक को छानवीन में पता चला कि व्यक्ति ने किराये पर वाहन लेकर किसी और के पास गिरवी रख दिया। प्रार्थियों द्वारा इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से करने के बाद थाना भिलाई नगर में जांच में कार्रवाई के लिए भेजा गया।
भिलाईनगर थाने में खड़ी स्वीफ्ट कार जिसे बाद में शिकायतकार्त को वापस कर दिया गया
प्रार्थी मुकेश्वर सोनी पिता शिव कुमार सोनी उम्र 27 वर्ष,निवासी क्वाटर नं. 16/बी, सड़क नं. 21, सेक्टर-7 भिलाई तथा रूपेश साहू पिता रवि साहू निवासी वार्ड 56 बघेरा दुर्ग ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत में कहा है कि सेक्टर 6 निवासी वैभव राठी पिता संजय कुमार राठी तथा उतई रोड नेवई निवासी संजय कुमार राठी के माध्यम से स्मृतिनगर निवासी नीरज सिंघल पिता व्हीके सिंघल से संपर्क हुआ। पार्थियों ने अपनी कार स्वीफ्ट डिजायर क्रमांक सीजी 07 बीवाय 0952 को 26 हजार रुपए प्रतिमाह तथा अर्टिका वाहन क्रमांक सीजी 07 सीडी 9351 को 30 हजार रुपए प्रतिमाह पर एक माह के इकरारनामा कर किराये पर दिए थे। उन्होंने बताया कि दिनांक 25 अपै्रल 2022 को नीरज सिंघल को स्वीफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 07 सीजी 4752 को दिया था लेकिन 10 मई 2022 को वाहन में खराबी आ जाने के कारण नीरज संघल को दूसरा वाहन स्वीफ्ट डिजायर क्रमांक सीजी 07 बीवाय 0952 को दिया गया था।
स्वीफ्ट कर में मिला दूसरे वाहनों के नंबर प्लेट
एक माह बीत जाने के बाद नीरज सिंघल द्वारा कोई रुपए नहीं दिया गया। साथ फोन करने पर कॉल भी रिसिव नहीं कर रहा था। बाद में कभी भी कॉल करने पर मोबाइल बंद रहता था। प्रार्थियों नीरज सिंघल के निवास जाने पर भी उनके घर वालों द्वारा गुमराह किया गया। प्रार्थियों को दिया गया चेक भी बाउंस हो गया। इस बीच प्रार्थियों को स्वीफ्ट डिजायर कार रास्ते में मिली जिसे अन्य ड्रायवर चला रहा था, जिसे पकड़कर भिलाईनगर थाना लाया गया। पुलिस द्वारा वाहन चालक को किसी तरह की पूछताछ किए बिना छोड़ दिया गया। वहीं तीन दिन बाद कोतवाली थाना द्वारा प्रार्थियों को वाहन सौंप दिया गया। प्रार्थियों की सूचना मिली की दूसरी वाहन अर्टिका क्रमांक सीजी 07 सीडी 9351 रायपुर के कलर्स मॉल के पार्किंग में खड़ी है। सूचना पर प्रार्थियों ने मौके पर पहुंचकर 6 जुलाई बुधवार को अपने वाहन को कब्जे में ले लिया। उन्होंने यह भी बताया कि जब्त वाहन से अनेक नंबर प्लेट मिले है।
नीरज सिंघल जिस पर आरोप लगाया गया
मुकेश्वर सोनी और रूपेश साहू ने बताया कि वाहन के नंबर प्लेट बदल-बदल कर चलाया गया। वहीं यह भी संभावना है कि उक्त वाहनों से अनाधिकृत कार्य किए गए होंगे। जिसकी जानकारी पुलिस नहीं लगा पाई है। प्रार्थियों ने यह भी बताया कि किराये पर लिए उनके वाहनों को नीरज सिंघल द्वारा दूसरे दलालों के पास गिरवी रख दिया गया था। प्रार्थियों ने यह भी बताया कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। वे स्वयं ही वाहनों को खोजकर लेकर आए हैं। इस संबंध में जब भिलाई नगर थाना प्रभारी से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहीर की।
पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए शिकायत पत्र