ड्यूटी के साथ-साथ इंसानियत का फर्ज भी निभा रही पुलिस
चौकी प्रभारी ने महिला का कराया अंतिम संस्कार
रायगढ़। चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक नंद किशोर गौतम खरसिया शहर में रेल्वे स्टेशन, मार्केट आसपास कई बार अधेड़ उम्र के महिला पुरूष को एक रिक्सा लेकर कबाड़ बीनते देखे थे। चौकी प्रभारी उनसे पूछताछ कर कहा गया था कि किसी दुकान या घर से बगैर उनके जानकारी कबाड़ या अन्य कोई वस्तु ना उठाया करें। दोनों केवल कबाड व अनुउपयोगी वस्तुएं ही उठाना बताकर पति-पत्नी होना बताये थे और और रिक्सा में या रेल्वे स्टेशन, फुटपाट में आश्रय लेकर गुजर बसर करना बताये थे। वही अधेड़ दिव्यांग व्यक्ति मसत राम साहिस पुलिस चौकी खरसिया आकर चौकी प्रभारी को बताया कि उसकी पत्नी गीता साहिस (45 साल) काफी दिनों से बीमार थी, उसके सिर और पैर में गंभीर घाव हो गया था। उसकी मौत हो गई है, कफन-दफन में मदद की अपेक्षा से आया हूं। चौकी प्रभारी नंद किशोर गौतम उसकी स्थिति से वाकिफ थे, उन्होंने अपने स्टाफ को महिला के अंतिम संस्कार के लिये बताया जिसके बाद चौकी से प्रधान आरक्षक महेंद्र खरे, आरक्षक सोहन यादव और सविल चंद्रा के साथ सिविल अस्पताल खरसिया से महिला के शव को कंधा देकर मुक्तिधाम तक लाये और विधि विधान से महिला का अंतिम संस्कार कराये। पुलिस के इस मानवीय कार्य की खरसिया के रहवासियों द्वारा सराहना कर कहा जा रहा है कि खाकी ने न सिर्फ ड्यूटी कर रही बल्कि इंसानियत का फर्ज भी निभा रही है।