पढ़ाई का प्रेशर: हॉस्टल से टेस्ट देने निकला था छात्र, 100 फीट ऊंचाई से कूदकर दी जान, 9 दिन बाद मिला शव
राजस्थान। कोटा में आत्महत्या का एक और मामला सामने आया है, जहां टेस्ट देने के बहाने हॉस्टल से निकले स्टूडेंट का शव 9वें दिन गरडिया महादेव मंदिर इलाके में मिला है. उसने 100 फीट ऊंचाई से कूदकर सुसाइड कर लिया. उसका शव चट्टान पर दो पेड़ के बीच फंसा हुआ था. जिस जगह शव मिला, वहां जाना खतरे से भरा था.
एजुकेशन सिटी कोटा में देशभर के बच्चे इंजीनियरिंग और मेडिकल की कोचिंग करने आते हैं. ऐसे में पढ़ाई का प्रेशर और माता-पिता के दबाव में ये बच्चे तनावपूर्ण स्थिति में आ जाते है. डिप्रेशन में आने के बाद कुछ स्टूडेंट आत्महत्या कर लेते हैं. कई स्टूडेंट पंखे से लटक कर सुसाइड कर लेते हैं, तो कोई बिल्डिंग से कूद कर या फिर किसी ऊंचाई पहाड़ से जाकर जंप मार देता है. जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन और कोचिंग प्रशासन की तरफ से भी सुसाइड रोकने के कई बच्चों को तनावपूर्ण स्थिति से निकलने के लिए कई प्रोग्राम आयोजित भी किए गए हैं, लेकिन इससे सफलता नहीं मिल रही.
16 साल का छात्र रचित, एमपी के राजगढ़ के ब्यावरा का रहने वाला था. एक साल से कोटा में रहकर वो जेईई की तैयारी कर रहा था. रविवार 11 फरवरी दोपहर को हॉस्टल से टेस्ट देने के बहाने वो निकला था और बैग भी साथ लेकर गया था. सोमवार 12 फरवरी को उसका बैग, चप्पल, रस्सी, चाकू गरडिया महादेव मंदिर के आस-पास मिला. गरडिया महादेव मंदिर में टिकिट विंडो पर लगे सीसीटीवी कैमरे में एंट्री टिकट लेते हुए उसकी तस्वीर कैद हुई थी. परिजनों को रूम की तलाशी में एक रजिस्टर मिला था, जिसमें गरडिया महादेव मंदिर में जाने की बात लिखी थी. 40-50 परिजन पिछले 8 दिनों रचित की तलाश में जुटे थे.