थाईलैंड घुमाने का सपना दिखाकर 600 युवाओं से 4 करोड़ की ठगी
बेरोजगार युवक युवतियों को अपने जाल में फंसा कर ठगी
अंबिकापुर। थाइलैंड के साथ विदेशों में टूर कराने और हर महीने लाखों रुपए कमाने के नाम पर ग्रामीण इलाकों के युवक-युवतियों से करोड़ों रुपए ठगने वाली कंपनी के खिलाफ पीड़िताें ने मोर्चा खोल दिया है। साेमवार काे वे एसपी ऑफिस पहुंचे और एमडी सहित सीईओ पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ठगी का शिकार हुए लोगों ने एमडी की गाड़ी के टायर की हवा भी निकाल दी, ताकि वह भाग न सके। एमडी और सीईओ ने जब वहां बड़ी संख्या में लोगों को आते देखा ताे गाड़ी छोड़कर पैदल ही वहां से भागे। एडीओपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों ने ठगी के शिकार होने का आवेदन दिया है। आवेदन के आधार पर अभी कार्रवाई चल रही है।
जानकारी के अनुसार अंबिकापुर के नवापारा में पिछले कई सालों से वर्चुअल फैशन असिस्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी संचालित है। जो बेरोजगार युवक युवतियों को अपने जाल में फंसा कर उनसे ठगी करने का काम करती थी। युवतियों ने बताया कि कंपनी के सीईओ विनय जायसवाल और एमडी सुनिल जायसवाल वाड्रफनगर के रहने वाले हैं। पहले इन्होंने चार दिनों की ट्रेनिंग दी और बाद में प्रोड्क्ट देने के नाम पर 70 हजार रुपए ले लिए, इसके बाद इन्हें बाजार से खरीद कर सस्ते कपड़े दे दिए। साथ ही अपने अंडर में तीन लोगों को जोड़ने पर पैसे देने की बात कही। उनके झांसे में आकर युवक युवतियों ने जमीन बेचकर और लोन लेकर कंपनी के मालिक को पैसे दिए। संचालक ने कुछ महीने तक युवाओं को 10-12 हजार रुपए भी दिए, जिसके बाद पैसा देना बंद कर दिया। तब लोगों को ठगी होने का एहसास हुआ।
सोमवार को ठगी का शिकार हुए लोग करीब 400 की संख्या में एसपी ऑफिस पहुंचे और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नारेबाजी करने लगे। इसी बीच वहां कंपनी के एमडी भी पहुंचे लेकिन लोगों को गुस्से मे देखकर वहां से फरार हो गए। साथ ही मोबाइल भी बंद कर लिया। जानकारी के मुताबिक कंपनी ने अब तक संभाग भर से करीब 600 लोगों को ठगी का शिकार बनाया है, इतने लोगों ने कंपनी ने करीब 4 करोड़ रुपए भी वसूले हैं।
अंबिकापुर से लगे भिट्ठी कला की सोनी राजवाड़े ने बताया कि वह घर वालों से लड़कर समूह की महिलाओं से लोन लिया और 70 हजार रुपए कंपनी को दिए थे। जिसके बाद उन्हें सिर्फ 6 हजार रुपए ही कंपनी से मिला, जबकि वे एक साल से काम कर रही है। लखनपुर की रहने वाली राधा एक्का ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई छोड़ कर कंपनी में हर महीने 20 हजार रुपए कमाने के लिए 70835 रुपए कंपनी के विनय जायसवाल को दिए थे। जिसके लिए उन्होंने अपने घर की जमीन गिरवी रखी थी, लेकिन अब कंपनी ने उसका सारा पैसा हड़प लिया, जिससे वे परेशान होकर थानों के चक्कर लगा रही है।