केम्प 2 भिलाई के उप स्वास्थ्य केन्द्र में एक माह से नहीं है डॉक्टर

जनदर्शन के आवेदन में हुई त्वरित कार्यवाही कुम्हारी निवासी दिव्यांग को मिला ट्रायसायकल

केम्प 2 भिलाई के उप स्वास्थ्य केन्द्र में एक माह से नहीं है डॉक्टर

दुर्ग.कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रति सोमवार को आयोजित होने वाले कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम में कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले के विभिन्न स्थानों से आवेदन लेकर पहंुचें लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित विभागों को शीघ्र कार्यवाही करने के लिए आवश्यक पहल करने को कहा। जनदर्शन में आज 134 आवेदन प्राप्त हुए। जनदर्शन में ट्रायसायकल प्रदाय करने हेतु आवेदन लेकर पहंुचे कुम्हारी निवासी दिव्यांग तत्काल व्हीलचेयर प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि वह अत्यंत गरीब व असहाय है, जिसके चलते उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कलेक्टर ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सुरेश गेंडरे को समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर तत्काल ट्रायसायकल प्रदान किया गया। व्हीलचेयर मिलने पर सुरेश गेंडरे ने खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। 
      ग्राम खम्हरिया निवासी बलीराम देवांगन वृद्धा पेंशन दिलाने की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण किसी प्रकार की रोजी मजदूरी करने में असमर्थ हूॅ। अगर वृद्धा पेंशन मिलता तो भरण-पोषण में सहायता मिल जाती। इसी प्रकार भिलाई निवासी ने आवास आबंटन के लिए आवेदन दिया। आवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि वह पैरों से विकलांग है तथा पूरी तरह से अपने परिवार पर आश्रित हूॅ। पत्नी काम करती है, जिससे घर का जीवन यापन चलता है। आवास नही होने के कारण साले के घर में रहना पड़ता है। गरीबी रेखा के तहत किसी भी प्रकार की सरकारी योजना का लाभ प्राप्त नही हो पा रहा है। इस पर कलेक्टर ने समाज कल्याण को आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। 
      संतोषी पारा वार्ड नम्बर 33 केम्प 2 भिलाई के उप स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर उपलब्ध कराने एवं पेयजल व शौचालय संधारण की मांग की। भिलाई निवासियों ने बताया कि उप स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर मौजूद नही होने कारण महिलाओं को बच्चे के टीकाकरण एवं अन्य उपचारों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में जो डॉक्टर उपस्थित थे उनका स्थानांतरण हो गया है। विगत एक माह से डॉक्टर पदस्थ नही है। उप स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों का आना-जाना हमेशा लगा होता है। यहां पेयजल एवं शौचालय की सुविधा नही होने के कारण कार्यरत लोगों एवं मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस पर कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।