ऊँ नमो भगवते सदाशिवाय मंत्र से गुंजायमान हुआ ग्राम निकुम का वातावरण, देखें VIDEO
राजलक्ष्मी मंदिर जय शक्ति आश्रम निकुम में वीरभद्र महायज्ञ व प्राणप्रतिष्ठा शुरू, प्रति दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक दी जाएगी यज्ञाहुति
दुर्ग। चैत नवरात्रि के प्रथम दिवस 30 मार्च रविवार को वीरभद्र महायज्ञ व प्राणप्रतिष्ठा का आयोजन राजलक्ष्मी मंदिर जय शक्ति आश्रम ग्राम निकुम में किया गया। संस्थापक संत श्री माता जी के श्रीमुख से निकले ऊँ नमो भगवते सदाशिवाय मंत्रोच्चार से वातावरण भक्तिमय हो गया। यह आयोजन 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगा। जहां सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक वीरभद्र महायज्ञ व प्राणप्रतिष्ठा की जाएगी। इस आयोजन में शामिल होने दूर दूर से श्रद्धालुगण राजलक्ष्मी मंदिर जय शक्ति आश्रम निकुम पहुंचे थे। श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण करने प्रार्थना के साथ यज्ञ कुंड में महा आहुति दी।
संत श्री माताजी ने बताया कि वीरभद्र को शिव का अंशावतार माना गया है। भगवान शिव के वीरभद्र अवतार ने न केवल राजा दक्ष के यज्ञ का विध्वंस कर दिया पल्कि दक्ष का सिर काटकर शिवजी के समक्ष रख दिया लेकिन ऋषि-मुनि और देवताओं की विनती करने पर शिवजी ने राजा दक्ष के सिर पर बकरे का सिर लगाकर उन्हे जीवनदान दे दिया। शिव से उत्पन्न होने के कारण वीरभद्र को शिव की शक्ति व अंशावतार माना गया है। उन्होंने कहा कि महायज्ञ के लिए बाजे-गाजे के साथ थनौद के मुर्तिकारों द्वारा बनाये गये मुर्तियों को मंदिर परिसर के यज्ञ स्थल पर लाकर विराजमान किया गया। जिसमें क्रेन की सहायता से वीरभद्र की मूर्ति को उनके स्थान पर विराजीत किया गया है। हजारों की संख्या में ग्रामीण व श्रद्धालुओं द्वारा भक्तिमय वातावरण में बहुत हो जोशी-खरोस से मुर्ति आगमन का स्वागत किया गया।