SDM को थप्पर मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी के गिरफ्तारी के बाद बवाल, कई लोग घायल, 60 हिरासत में, देखें VIDEO
जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले के देवली-उनियारा में एसडीएम को थप्पर मारने वाले निर्दनीय प्रत्याशी नरेश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर बवाल शुरू हो गया है। नरेश मीणा की गिरफ्तारी के विरोध में देवली-उनियारा के समरावता गांव की सड़क पर टायर जलाए गए हैं। पुलिस की गाड़ियों को रोकने के लिए समर्थकों ने चक्काजाम किया है। उपद्रवियों ने पुलिस पर हल्का पथराव भी किया है। जिन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले भी छोड़े है। इस दौरान पुलिस ने उसके कुछ समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है। नरेश मीणा के समर्थकों और पुलिस के बीच हुए बवाल में 10 पुलिस जवानों समेत 50 लोग घायल हुए हैं। अधिक चोट लगने वाले लोगों को अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब 60 लोगों को हिरासत में लिया है। आरोपी मीणा पर 23 केस दर्ज हैं। उसके पिता तीस साल गांव के सरपंच रहे हैं। मीणा का पूरा परिवार ही राजनीति से जुड़ा हुआ है।
उसकी गिरफ्तारी के बाद से जिले की देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र और समरावता गांव में तनाव का माहौल है। उसके समर्थक चक्काजान और आगजनी कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार रात को भी ऐसे ही हालत बने थे। उन्होंने 100 से ज्यादा कार, बाइक और जीपों में आग लगा दी थी। घटना से गांव वालों में डर का माहौल है। उनका कहना है कि पुलिस वाले उनके परिवार के युवाओं को हिरासत में ले लिया है, जबकि हमारा कोई कसूर नहीं है। यह सब हुआ देवली-उनियारा विधानसभा के प्रत्याशी नरेश मीणा के कारण, जिसने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया। नरेश मीणा का आरोप था कि अधिकारी जबरन मतदान करवा रहे हैं।
दरअसल, बुधवाार को राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। इनमें देवली-उनियारा विधानसभा भी शामिल थी। नरेश मीणा इस सीट से निर्दलीय चुनाव मैदान में है। मतदान के दौरान नरेश मीणा समरावता में एक पोलिंग बूथ पहुंच गया। इस दौरान किसी बात को लेकर उसकी अधिकारियों से बहस हो गई और उसने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। इसके कुछ घंटे बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में लिया तो उसके समर्थक भड़क गए। वे पुलिस हिरासत से मीणा को छुड़ाकर ले गए। रात में उसके समर्थकों ने सैकड़ों गाड़ियों में आग लगा दी।