आपस में भीड़े दो ASI और आरक्षक, पुलिस अधीक्षक ने तीनों को किया सस्पेंड
एक का टूटा था हाथ और दूसरे का दांत
कोरबा। पुलिस अधीक्षक ने दो ASI और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। ASI अश्वनी वर्मा, अजय सिंह और कोर्ट आरक्षक नितेश मिश्रा के बीच यह घटनाक्रम 6 नवंबर की शाम 6 से 7 बजे के बीच हुआ. पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कोरबा सीएसपी के प्रतिवेदन के आधार पर दोनों एएसआई को लाइन अटैच कर दिया है, जबकि आरक्षक पूर्व से ही लाइन में रहकर न्यायालय कार्य में संलग्न है.
जानकारी के अनुसार थाना के दो मुखबिर और गवाहों को लेकर आरक्षक नितेश मिश्रा व एएसआई अश्वनी वर्मा द्वारा अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ASI अजय सिंह के लिए भी भला-बुरा कहा गया था. उक्त बातों की जानकारी होने और समय आने पर गवाहों को दारू-गांजा के मामले में जेल भेजने की बात को लेकर जब ASI अजय सिंह ने आरक्षक से उक्त बात की तस्दीक करना चाहा और ऐसा कहने व करने की वजह पूछी तो आरक्षक ने ऐसी बात कहने वाले के लिए ही गाली-गलौच करना शुरू कर दिया.
जब अजय सिंह ने गलत बात करने से रोका तो उसके साथ हाथापाई पर उतारू हो गया. इसी समय ASI अश्वनी वर्मा के वहां पहुंचने पर उन सभी बातों को लेकर सवाल-जवाब किया गया तो नौबत मारपीट तक आ गई और आरक्षक के अलावा दोनों ASI आपस में ही भिड़ गए. थाना में मौजूद स्टाफ ने इन तीनों को अलग कराया. तब तक घटनाक्रम की सूचना फोन के जरिए एसपी को दी जा चुकी थी, जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए सीएसपी भूषण एक्का को जांच के निर्देश दिए.
पुराने विवाद को लेकर हुए घटनाक्रम में जो बातें सामने आई उनके आधार पर पुलिस की छवि धूमिल होती देख दोनों एएसआई को लाइन अटैच कर दिया गया है। इससे पहले दोनों का मेडिकल मुलाहिजा जिला अस्पताल में सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद डडसेना की उपस्थिति में कराया गया। इस मारपीट की घटना में एएस आई अजय सिंह का दांत टूट गया है वही एएसआई अश्वनी का हाथ टूट गया है। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इससे पहले भी अश्वनी वर्मा के विवादित मामले सामने आ चुके हैं।