चाय पिलाकर 120 महिलाओं का किया रेप

कोर्ट ने जलेबी बाबा को सुनाई 14 साल की सजा

चाय पिलाकर 120 महिलाओं का किया रेप

चंडीगढ़ (एजेंसी)। हरियाणा के जलेबी बाबा सेक्स स्कैंडल में दोषी ठहराए गए बिल्लूराम उर्फ अमरपुरी की कहानी जानकर घृणा हो जाएगी, जिसने नशीली चाय पिलाकर 120 महिलाओं का रेप किया है। ढोंगी बाबा महिलाओं का ब्लैकमेल कर उनका रेप करता था। फतेहाबाद कोर्ट ने 5 जनवरी को उसे 14 साल की जेल की सजा सुनाई है। इसके अलावा 35 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। 10 जनवरी को जब सजा का ऐलान किया गय तो सैकड़ों महिलाओं की रेप करने वाला बाबा जज के सामने रोने लगा और रहम की भीख मांगने लगा।
दोषी जलेबी बाबा के 120 से अधिक अश्लील वीडिया सामने आए हैं। वह चाय में नशीली गोली मिलाकर महिलाओं को पहले बेहोश करता था। इसके बाद वह उसका रेप करता था। इस घिनौने काम के वीडियो भी बनाए जाते थे। इस इस पूरे स्कैंडल का तब खुलासा हुआ, जब 6 पीड़ित महिलाओं ने न्याय की गुहार लगाई। ये सभी कोर्ट में पेश होकर बाबा के चरित्र को दुनिया के सामने उजागर कर दिया। 
आपको बता दें कि बिल्लूराम बाबा बालकनाथ डेरे में बाबा था। उसके खिलाफ पहली बार साल 2018 में शिकायत दर्ज कराई गई थी। यह शिकायत पुलिस ने थाना प्रभारी के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से मिले एमएमएस के आधार पर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने बाबा के खिलाफ कारर्वाई शुरू की। इस दौरान 120 ऐसे वीडियो मिले, जिसमें वह महिलाओं के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता दिख रहा है।
पुलिस की जांच के मुताबिक, जलेबी बाबा आश्रम में इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। वह उसे बहला फुसलाकर नशीली गोली खिला देता था। इसके बाद वह उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता था और मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड करता था। बाद में उस वीडियो के आधार पर उनका ब्लैकमेल करता था। 

बिल्लूराम से कैसे बना जलेबी बाबा?
बिल्लू राम 2002 में पंजाब के मानसा जिले में अमरवीर टोहना के संपर्क में आया। उसने नेहरू मार्केट में जलेबी बनाने का काम शुरू किया। काम धंधा अच्छा चल रहा था। इसी दौरान उसकी पत्नी की मौत हो जाती है। इसके बाद वह एक तांत्रिक के संपर्क में आया, जिसने उसे तांत्रिक विद्या के बारे में बताया। इसके बाद वह दो साल तक गायब रहा। जब वापल लौटा तो उसने बाबा बालकनाथ का एक मंदिर बनाया। यहां वह अपने बच्चों के साथ रहने लगा। उसने अपना नाम भी बदल लिया। तंत्र के नाम पर मंदिर में लोगों की भीड़ जुटने लगी। यहीं से वह महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा।