व्यापारी का अपहरण कर दो दिनों तक रखा कब्जे में, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

व्यापारी का अपहरण कर दो दिनों तक रखा कब्जे में, पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार

रायपुर। व्यापारी के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है। अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी को गाड़ी सहित अपहरण कर दो दिनों तक अपने कब्जे में रखा। कहीं ले जाते समय व्यापारी ने यातायात पुलिस का थाना देख चलती गाड़ी से छलांग लगा दी। इस मामले में पुलिस ने महाराष्ट्र के दो युवक सहित कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 
मिली जानकारी के अनुसार शहरा के देव नारायण सिन्हा का देवेंद्र नगर के साईं नगर में कार्यालय है। 14 अक्टूबर को दोपहर बाद उसके पूर्व परिचित सूरज विश्वकर्मा, कमल विभोर, मनीष मिश्रा, शांतनु मिश्रा, तुलेन्द्र चतुर्वेदी और विजय तायल उन लोगों ने देव नारायण के साथ मारपीट की और उसकी कार, मोबाइल आदि लेकर एक कार में बिठा लिया। पीडि़त की कार भी वे साथ ले गए। देवेंद्र नगर से देव नारायण को लेकर सभी अमलेश्वर के पास जामगांव पहुंचे। यहां एक मैदान में निकालकर पीडि़त को पीटा। फिर कार में बंद कर दिया। रात को ये लोग कार से ही राजनादगांव के के.जी.एन ढाबा पहुंचे। वहां पीडि़त को खाना खिलाया। उसके बाद गोंदिया के आमगांव ले गए। वहां शांतनु मिश्रा के घर में ले जाकर बंद कर दिया। इसी दौरान शांतनु ने पीडि़त के फोन-पे अकाउंट से अपने खाते में लगभग 85 हजार रुपए अलग-अलग समय पर ट्रांसफर कर लिया। दूसरे दिन शाम को आमगांव से पीडि़त को लेकर आरोपी रायपुर के लिए िनकले। रास्ते भर उसे पीटते रहे। सुबह रायपुर के कमल विहार में ले जाकर फिर पीटा। 16 अक्टूबर की सुबह लगभग 10 बजे के करीब वे लोग पीडि़त को फिर से आमगांव ले चलने की बात कहकर कमल विहार से निकले। पचपेड़ी नाका यातायात थाने के पास देवनारायण चलती गाड़ी से कूद गया। उसे थाने में घुसता देखकर आरोपी भाग गए। उसके बाद मामला गंज थाने पहुंचा।
इनमें से सूरज विश्वकर्मा रायपुर के प्रोफेसर कॉलोनी का निवासी है। कमल विभोर रायपुर के ही पंडरीतराई का निवासी है। मनीष मिश्रा रायपुर के भाठागांव चौक में रहता है। विजय कुमार तायल अंबिकापुर के लखनपुर का है। वहीं शांतनु मिश्रा और तुलेश चतुर्वेदी महाराष्ट्र में गोंदिया जिले के आमगांव के निवासी हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीडि़त और आरोपी पूर्व परिचित हैं। उनका एक-दूसरे के यहां आना-जाना है। यह विवाद लेनदेन से जुड़ा हुआ है। इसी विवाद में आरोपियों ने अपहरण और मारपीट के इस अपराध को अंजाम दिया है। उनके कब्जे से पीडि़त की कार, अपहरण में इस्तेमाल हुई आरोपियों की कार, मारपीट का रॉड आदि बरामद किया गया है।