दुर्ग-भिलाई में बढ़ा सांडों का आतंक, जान-माल को पहुंचा रहे नुकसान
दुर्ग। जिले की शहरी क्षेत्रों में अचानक आवारा मवेशियों की आतंक फिर बढ़ गई है। खासकर सांडों की झुंड द्वारा जान माल को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इनमें कई सांड ऐसे है, जो अकेले व्यक्ति को देखकर हमला कर देते है। सांडों के हमले से दो माह पहले दुर्ग की एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला की मौत तक हो चुकी है। इसके बाद भी निगम प्रशासन द्वारा इसे हल्के में लिया जा रहा है।
शहर में आवारा मवेशियों की संख्या फिर बढने लगी है। इन आवारा मवेशियों में कई खतरनाक सांड भी शामिल है। भरी बाजार या भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सांडों द्वारा जब गायों को दौड़ाया जाता है तो बड़ा खौफनाक मंजर होता है। दौड़ते हुए सांड किसी के दुकान में घुस जाते हैं तो कहीं किसी के घर में। सड़क पर पैदल चल रहे लोग तथा वाहन चालक सांडों की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं।
शहर में घूमने वाले आवारा पशुओं खासकर सांडों के आतंक से आम नागरिक सहित व्यापारी दहशत में हैं। इन पशुओं का आतंक अब बाजारों के साथ-साथ आवासीय क्षेत्रों में बढ़ गया है। विभिन्न कालोनियों के अलावा सब्जी मंडी, अनाज मंडी व मुख्य चौराहों सहित बाजारों में भी सांडों का आतंक बना हुआ है।
दुर्ग में वृद्ध की हो गई थी मौत
ज्ञात हो कि विगत 26 अपै्रल को दिनों दो सांडों की लड़ाई में 80 वर्षीय वृद्ध महिला की मौत हो गई थी। राजीवनगर वार्ड क्रमांक 2 दुर्ग निवासी वृद्ध महिला रुखमनी बाई साहू अपने घर के सामने बैठी हुई थी। इसी दौरान दो सांड आपस में लड़ाई करते हुए वृद्ध महिला को गंभीर रूप से घायल कर दिए थे। बताया जाता है कि अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी।