स्कूली ऑटो का चेकिंग अभियान, 67 वाहनों में खामी पाए जाने पर वसूला गया जुर्माना
रायपुर। स्कूली छात्र छात्राओं के सुरक्षित आवागमन को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला रायपुर से प्रशांत कुमार अग्रवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात जयप्रकाश बढ़ई के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस रायपुर द्वारा शहर के विभिन्न स्कूलों में छात्र-छात्राओं को परिवहन करने वाले स्कूली ऑटो का चेकिंग अभियान चलाया गया। उप पुलिस अधीक्षक यातायात गुरजीत सिंह द्वारा बताया गया कि शहर में संचालित होने वाले स्कूली ऑटो वाहनों में छात्र छात्राओं के संपूर्ण सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसमें हमारे पुलिस के अधिकारी कर्मचारी मौके पर जाँच कर रहे कि स्कूली ऑटो में पर्याप्त सुरक्षा के उपाय है या नहीं? क्षमता से अधिक छात्र-छात्राएं तो परिवहन नहीं कर रहे हैं? वाहन का परिवहन विभाग से फिटनेस जाँच में पास है या नहीं? वाहन के संपूर्ण दस्तावेज सही है कि नहीं?, वाहन चालक के पास वैद्य लाइसेंस है अथवा नहीं?
यातायात पुलिस रायपुर द्वारा स्कूली छात्र छात्राओं के सुरक्षित परिवहन को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर स्कूली ऑटो वाहन का सप्राइज चेकिंग किया जाता है जिसके तहत सुरक्षा उपकरणों मे खामी पाए जाने पर, तथा वाहनों के दस्तावेज अधूरे पाए जाने पर अथवा बिना लाइसेंस के वाहन चलाए जाने पर कार्यवाही की जाती है इसी क्रम में आज दिनांक 21 अप्रैल 2023 से यातायात पुलिस रायपुर द्वारा स्कूली ऑटो वाहनों के विरूद्ध विशेष अभियान कारवाही चलाया जा रहा है जिसके तहत आज प्रथम दिवस 150 से अधिक स्कूली ऑटो वाहनों का चेकिंग किया गया जिसमें 67 वाहनों में खामी पाए जाने पर मोटर यान अधिनियम के तहत चालानी कार्रवाई कर जुर्माना वसूला गया। यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।
पालकों से अपील यातायात पुलिस रायपुर समस्त पालको से अपील करता है कि अपने बच्चों को परिवहन करने वाले स्कूली ऑटो वाहन चालक के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी रखें। केवल मोबाइल नंबर लेकर ही चुप ना बैठे अपनी जिम्मेदारी समझे. वाहन में किसी प्रकार के मैकेनिकल गड़बड़ी पाए जाने पर टोका टाकी करें. वाहन चालक किसी भी प्रकार के नशे का आदि तो नहीं है यदि ऐसा है तो तुरंत ऑटो चेंज करें. वाहन चालक का व्यवहार बच्चों के प्रति कैसा है अपने बच्चों से भी वाहन चालक के व्यवहार के बारे में पूछ परख करते रहें। विशेषकर समय का ध्यान रखें, 10 मिनट पहले चलें, लेट लतीफी न हो अन्यथा वाहन चालक टाइम मैनेज करने के लिए लापारवाही पूर्वक तेज रफ्तार वाहन चलाएगा, जो बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।