भिलाई के भेलवा तालाब में पसरी गंदगी, घुप अंधेरे का फायदा उठाकर प्रेमी जोड़ों करने लगते है अश्लीलता की सारी हदें पार
जंगल झाड़ी हिलने लगे तो घबराए नहीं, यहां जानवर नहीं प्रेमी जोड़े हैं
भिलाई। श्री गुरु नानक देव सरोवर जिले लोग भेलवा तालाब के नाम से जानते हैं। नेहरू नगर स्थित इस तालाब की सुंदरता की चर्चा दूर-दूर तक थी। वर्तमान में यहां व्याप्त अव्यवस्था सुर्खियों में है। एक समय साफ सफाई के साथ चकाचक दिखने वाली यह तालाब वर्तमान में गंदगी का आलम है। प्रवेश द्वार पर चमचमाती रौशनी तो वहीं अंदर घुप अंधेरा रहता है। अंदर रौशनी के नाम पर सिर्फ दो-चार बल्ब लगे हुए है। प्रेमी जोड़ों के अश्लील हरकतों से गार्डन में जाने वाले आम लोगों को शर्मसार होना पड़ रहा है। सुबह समय पर गेट नहीं खुलता। इस कारण टहलने व कसरत करने वाले लोगों को दीवाल फांदकर अंदर प्रवेश करना पड़ता है। दीवाल फांदने वालों में बुजुर्ग भी शामिल हैं। इसकी मौखिक शिकायत लोगों द्वारा कई कर की गई है लेकिन स्थिति जस की तस है। कुल मिलाकर वर्तमान में भेलवा तालाब की स्थिति देख लोगों में काफी आक्रोश है। लोगों ने नगर निगम प्रशासन से तालाब की साफ सफाई तथा पुलिस प्रशासन से रात्रिकालीन गश्त लगाने की मांग की है।
नेहरू नगर स्थित भेलवा तालाब (श्री गुरु नानक देव सरोवर) में गंदगी का आलम है। तालाब के पानी का रंग भी मटमैला होने लगा है। स्थानीय निगम प्रशासन लाखों रुपए खर्च कर इस तालाब को आकर्षक रूप दिया गया था लेकिन साफ सफाई के अभाव में यह तालाब अपनी सुंदरता खोती जा रही है। नेहरू नगर के निवासियों ने बताया कि तालाब के आसपास व गार्डन में काफी गंदगी रहती है। यहां साल में छठ पूजा के समय ही साफ सफाई की जाती है और रौशनी से सजाया जाता है। एक समय ऐसा था जब प्रतिदिन यहां सैकड़ों की संख्या में सुबह और शाम लोग सैर सपाटे के लिए स्वपरिवार पहुंचते थे। मनमोहक दृश्य को अपने मोबाइल पर कैप्चर करते हैं। साफ सफाई व सुंदरता के कारण इसकी चर्चा दूरों तक थी लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। एक समय ऐसा था जब यहां लोगों की काफी भीड़ रहती है लेकिन साफ सफाई की कमी और अव्यवस्था के कारण लोगों की संख्या में काफी कमी आई है।
रात के घुप अंधेरे में प्रेमी जोड़ों व असामाजिक तत्वों का डेरा
अंदर घुप अंधेरा होने के कारण प्रेमी जोड़ों अश्लीलता की सारी हदें पार करते हुए देखी जा सकती है। प्रेमी जोड़ों का मजमा लगा रहता है। जंगल झाड़ी हिलने लगे तो घबराए नहीं, यहां जानवर नहीं प्रेमी जोड़े हैं। देर रात तक असामाजिक तत्वों का अड्डा बना रहता है। अंधेरे का फायदा उठाकर प्रेमी जोड़े व असामाजिक तत्वों के लोग अपने कार्यों को अंजाम देते रहते है। सुबह टहलने वाले शराब की बोतलों के कारण घायल हो रहे हैं।
समय पर नहीं खुलता तालाब का गेट
भेलवा तलाब में सुबह टहलने पहुंचे लोगों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि इस तालाब के खुलने का सुबह 5 बजे से 10 बजे तक तथा शाम 4.30 बजे से रात 8 बजे तक है। सुबह समय पर तालाब का गेट नहीं खुलने के कारण यहां टहलने के लिए आने वाले कई लोगों को वापस जाना पड़ता रहै, तो वहीं कई लोगों को कूदकर अंदर जाना पड़ता है, जिससे लोग घयल भी होते है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह रोज की परेशानी है। गेट खोलने वाले कर्मचारी को कई बार समय पर गेट खोलने कहा गया है, लेकिन नहीं खुलता। लोगों ने बताया कि देर रात तक गेट खुला रहता है।
नवंबर 2020 में भेलवा तालाब श्री गुरु नायक देव सरोवर के नाम से हुआ प्रचलित
सन् 2020 के नवंबर माह में सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी के 551 पावन प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में नेहरू नगर स्थित भेलवा तालाब का नाम ‘श्री गुरु नानक देव सरोवर’ रखा गया। इसके बाद से भेलवा तालाब को श्री गुरु नानक देव सरोवर से जाना जाने लगा। पूर्व महापौर एवं भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव की परिषद ने एमआईसी मे प्रस्तावित कर इसकी स्वीकृति दी है। तत्पश्चात इस तालाब की जिम्मेदारी गुरुद्वारा नानकसर कमेटी एवं समूह ने संभाल ली। तब से तालाब और गार्डन की देखरेख समिति द्वारा की जा रही है।