दुर्ग में पहली बार 108 लिंगीय महारुद्राभिषेक का होगा आयोजन, हर हर शंभु फेम अभिलिप्सा पांडा देंगी भक्तिमय गायन की प्रस्तुति

मनोज राजपूत लेआउट्स प्रा. लि. का आयोजन

दुर्ग में पहली बार 108 लिंगीय महारुद्राभिषेक का होगा आयोजन, हर हर शंभु फेम अभिलिप्सा पांडा देंगी भक्तिमय गायन की प्रस्तुति

दुर्ग में पहली बार 108 लिंगीय महारुद्राभिषेक का होगा आयोजन, हर हर शंभु फेम अभिलिप्सा पांडा देंगी भक्तिमय गायन की प्रस्तुति

 दुर्ग। ‘आदि न अंत’ महादेव और जगत जननी मां जंगदम्बे की विवाह की पावन पर्व महाशिवरात्रि पर मनोज राजपूत लेआउट्स प्रा. लि द्ववारा 18 फरवरी को भव्य आयोजन बायपपास रोड में किया जा रहा है। इस दिव्य आयोजन में प्रातः 9 बजे से 108 लिंगीय महारुद्राभिषेक 11 विद्वान ब्रामहणों द्वारा किया जाएगा। खास बात यह है कि इस तरह का आयोजन पहली बार दुर्ग में किया जा रहा है जिसमें 10 फिट ऊंचे बर्फ से बने शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। महारुद्राभिषेक में पूरे छत्तीसगढ़ से 108 परिवार जजमनानी करेंगे। इच्छ़ुक परिवार आयोजनकर्ता से मो क्र 9893269611 पर संपर्क कर इस आयोजन में शामिल हो कर पुण्य लाभ अर्जित कर सकते है। इस आयोजन को लेकर कर भव्य तैयारी की जा रही है। आयोजक ने बतया कि कार्यक्रम में पूरे छत्तीसगढ़ से श्रद्धालु आएंगे। इसे देखते हुए पंद्रह हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही  शाम 7 बजे से सुप्रसिद्ध गायिका अभिलिप्सा पांडा की भक्तिमय गायन की प्रस्तुति होगी। ज्ञात हो की हर हर शंभु, शिवा महादेव की गायिका अभिलिप्सा ने एक अलग ही शिवमय वातावरण बनाया है।

शिव गाथा का होगा वर्णन

कार्यक्रम का संचालन कर रही गुंजन्स आयोजन की संचालिका गुंजन चौहान चंदेल ने बताया कि इस आयोजन में भजन मंडली द्वारा दोपहर 1 बजे से शिव गाथा का वर्णन किया जाएगा। शिव पुराण के साथ साथ संगीतमय कार्यक्रम के माध्यम से ऐसी प्रस्तुति की जाएगी जो पूरे वातावरण को शिवमय कर देगी। कथावाचक पंडित लाखेश्वर पांडेय महाराज ने बताया कि युग परिवर्तन हो रहा है, लोग कलयुग की अपेक्षा कर रहे थे लेकिन अब शिवयुग आ गया है। भगवान शिव की महिमा को जानने और समझने लोगों को जो जिज्ञासा है उसे यह आयोजन पूर्ण करेगा। 108 लिंगीय महारुद्राभिषेक का लाभ न सिर्फ कार्यक्रम में शामिल लोगों को मिलेगा बल्कि इसका उद्श्य विश्वकल्याण के लिए है। इसलिए मेरा सभी से सविनय निवेदन है कि कार्यक्रम स्थल में पहुंचकर महारुद्राभिषेक में सम्मिलित हों और शिवमहापुराण का श्रवण अवश्य करें।
 साथ ही महाप्रसादी का लाभ शारिरिक, मानसिक, आर्थिक एवं समाजिक रुप से होता है। इसलिए किसी भी धार्मिक आयोजन में सम्मिलि होने के बाद प्रसाद अवश्यम ग्रहण करना चाहिए। इस आयोजन में मनोज राजपुत लेआउट्स द्वारा महप्रसादी भोज का प्रबंध किया गया।