छत्तीसगढ़ की बेटियों की चीखें कब सुनेगी कांग्रेस सरकार - जितेन्द्र वर्मा

छत्तीसगढ़ की बेटियों की चीखें कब सुनेगी कांग्रेस सरकार - जितेन्द्र वर्मा

दुर्ग। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा को मध्यप्रदेश में एक बेटी के साथ हुई दुर्भाग्यजनक घटना दिखाई देती है लेकिन छत्तीसगढ़ में नवमीं में पढ़ने वाली बच्ची से बलात्कार के बारे में ये सभी चुप्पी साध लेते हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कांग्रेस नेताओं से सवाल किया है कि छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म पीड़ित बेटियों की चीखें उन्हें क्यों सुनाई नही देतीं? छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए श्री खड़गे ने पड़ोस के भाजपा शासन में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी तो रखते हैं लेकिन जिस राज्य में खड़े होकर बयान दे रहे हैं वहां की स्थिति उन्हें मालूम नहीं है, या फिर यहां की बेटियों, बहनों, बुजुर्ग महतारियों की तकलीफों से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। राजधानी के करीब धरसीवां में पांच साल की बच्ची से बलात्कार होता है, लेकिन कांग्रेस के नेता चुप हैं। उन्हें सुकमा के पोटा केबिन में नन्हीं बच्ची की पीड़ा का एहसास नहीं है, आरंग के पास राखी के दिन एक बहन के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर भी सब कांग्रेस नेताओं की आंखे बंद रहती है।

जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने दुष्कर्म के एक मामले में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को गुनाहगार बता दिया तो ये बात श्री खड़गे को सुनाई दे गई। गांधी परिवार जो कहे, उसे दोहराना श्री खड़गे का मुख्य कर्म और नित्य कर्म है। रोज ही उन्हें गांधी परिवार के वचनों का भजन गाना ही पड़ता है, वरना न जाने कब केसरी जी की गति को प्राप्त हो जाएं, इसलिए उतना ही सुनते हैं, जितना राहुल, सोनिया, प्रियंका बोलें उसके बाद उतना ही कहते हैं, जितना गांधी परिवार इजाजत देता है।

श्री वर्मा ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बहिन प्रियंका तो युवा हैं, कम से कम उन्हें तो छत्तीसगढ़ की मासूम बच्चियों से लेकर उम्रदराज माताओं तक की चीखें सुनाई पड़नी चाहिए। कमाल है कि इनके करुणामयी नेत्रों में न तो छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की हकीकत दिखाई देती है और न ही बेटियों की चीखें इनके कान में जाती हैं।